Gujarat: पश्चिम गुजरात में बिजली पहुंचाने की जिम्मेदारी पश्चिम गुजरात विज कंपनी लिमिटेड यानी पीजीवीसीएल पर है। कंपनी के कर्मचारी सौराष्ट्र-कच्छ के गांवों में बिजली बहाल करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
पिछले हफ्ते भारी बारिश के बाद कई गांवों में बिजली गुल हो गई थी, पीजीवीसीएल अधिकारियों के मुताबिक भुज, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में काफी नुकसान हुआ है। वहां सबसे ज्यादा बारिश हुई थी, पीजीवीसीएल अधिकारियों का कहना है कि सौराष्ट्र-कच्छ में बिजली बहाल करने के लिए 1200 टीम में 5,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं, यह टीम तीन शिफ्ट में चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि “हम इमर्जेंसी में ट्रांसफार्मर बदल रहे हैं, हमारी टीम पांच से सात दिनों से लगातार काम कर रही है। हम दिन-रात काम कर रहे हैं, हम बिजली के खंभे की जांच कर रहे हैं कि वहां कोई शॉर्ट सर्किट तो नहीं है और कोई नुकसान तो नहीं पहुंचा है। बारिश इतनी तेज थी और पवन इतना तेज था कि मेरे रूटीन कंप्लेन के सामने तीन गुना या चार गुना कंप्लेन आई है और सभी को हमने कंप्लीट रेस्टोर करके सभी का प्रॉब्लेम सॉल्व कर दिया है और अभी सभी जगह पावर सप्लाई कंटीन्यू हो गया।”
पीजीवीसीएल चीफ इंजीनियर नितिन घेलानिया ने कहा कि “हमारा फोकस है जामनगर डिस्ट्रिक्ट और देवभूमि द्वारका और मेनली भुज है। भुज में भी मांडवी डिस्ट्रिक्ट और बॉर्डर के इलाके हैं, उसमें बारिश ज्यादा थी। इसलिए पावर रेस्टोरेशन में थोड़ी दिक्कत आ रही है वॉटर लॉगिंग की, लेकिन बारिश कम होने की वजह से और पानी उतरने की वजह से आज रेस्टोरेशन का काम पूरी तरह से चालू है और विलेज में पावर रेस्टोर होने लगा है।”