Uttarkashi: उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने के बाद राहत और बचाव कार्यों के समन्वय के लिए देहरादून के उत्तराखंड आपातकालीन संचालन केंद्र में उच्च स्तरीय बैठक हुई।
बैठक में उत्तराखंड के प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे, डीजीपी दीपम सेठ, एसडीएमए के कर्मचारी समेत कई शीर्ष अधिकारी मौजूद थे।
गंगोत्री जाने वाले रास्ते में धराली गांव के ऊंचाई पर स्थित गांवों में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए या तेज पानी में बह गए, हर्षिल वैली से सेना की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है।
अधिकारियों ने बताया कि धराली में बादल फटने के कारण खीर गंगा नदी में बाढ़ आने से चार व्यक्तियों की मौत हो गयी और कई मकान और होटल तबाह हो गए।
केंद्रीय मंत्री शाह ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘धराली (उत्तरकाशी) में अचानक आई बाढ़ के संबंध में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की और घटना की जानकारी ली। पास में ही तैनात आईटीबीपी की तीन टीम को घटनास्थल पर भेज दिया गया है, साथ ही एनडीआरएफ की चार टीम भी घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं, जो शीघ्र पहुंच कर बचाव कार्य में लगेंगी।’’
अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड के मातली में तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 12वीं बटालियन से 16 सदस्यीय टीम धराली पहुंच गयी है, जबकि इसी बल की एक अन्य टीम को भी बादल फटने वाली जगह पर पहुंचने को कहा गया है, धराली गंगोत्री के रास्ते में मुख्य पड़ाव है और यहां कई होटल, रेस्तरां और होमस्टे हैं।