Uttarkashi: उत्तरकाशी टनल हादसे के बाद चल रहे बचाव कार्य में एक और बाधा आ गई थी, इसके बाद आज एक बार फिर सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए मलबे के बीचे रेस्क्यू पाइप लाइन डालने के लिए ड्रिलिंग का काम शुरू हो चुका है।
सुरंग में फंसे हुए एक श्रमिक के भाई ने सुबह भाई से बात की। उन्होंने बताया कि “वो सभी ठीक हैं।” प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा कि अमेरिकी बरमा मशीन से आज सुबह फिर से ड्रिलिंग शुरू की गई है। उन्होंने कहा अगर सब ठीक रहा तो शाम तक ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा हो सकता है।
रडार से स्कैन किए गए डेटा का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मलबे टनल में 46 मीटर बिंदु से पांच मीटर आगे तक कोई रुकावट नहीं है। खुल्बे ने कहा कि रात भर शॉटक्रेटिंग करके ड्रिलिंग मशीन के प्लेटफॉर्म को नया रूप दिया गया और मजबूत किया गया है। उन्होंने कहा कि “हमें अभी 12-14 मीटर और जाना है। और मुझे उम्मीद है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो आज शाम तक ऑपरेशन पूरा हो सकता है।”
बीते 12 नवंबर को उत्तराखंड चार धाम मार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने से बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया था। इसके बाद मजदूर पिछले 13 दिनों से फंसे हुए हैं। खुल्बे ने कहा कि मजदूरों को बाहर निकालने के लिए डाले गए रेस्क्यू पाइप का लगभग दो मीटर हिस्सा काटना पड़ा, क्योंकि गुरुवार को ड्रिलिंग के दौरान रुकावट आने और ज्यादा दबाव पड़ने से पाइप दब गई थी।
खुल्बे ने कहा कि पाइप के दबे हुए हिस्से को काट दिया गया है। इसके बाद मलबे में डाली गई 48 मीटर की पाइप लाइन की लंबाई, कम होकर 46 मीटर हो गई है। सिल्क्यारा का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह अभी भी उत्तरकाशी में हैं।