देश को आजादी मिले 75 साल हो गए हैं, लेकिन आजादी के इतने साल बाद जाकर अब उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के गौण्डार गाँव में पहली बार बिजली आई है। दशकों के बाद पहली बार अपने गांव में रोशनी देखकर गांव वालों के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं।
रूद्रपयाद जिले में विकासखण्ड ऊखीमठ की सीमान्त ग्राम पंचायत व तृतीय केदार भगवान मदमहेश्वर यात्रा का अहम पड़ाव गौण्डार गाँव है। इस गांव में आजतक बिजली नहीं पहुंची थी, ऐसे में जिस तरह से पहली बार इस गांव में बिजली पहुंची है उसने यहां के लोगों के जीवन में सही मायने में आजादी लायी है। 76 परिवारों वाले गौण्डार गाँव को विधुत लाइन से जोड़ने के लिए ऊर्जा निगम ने रासी अकतोली से 6:6 किमी एच डी लाइन बिछाई है। इसके अलावा गौण्डार गाँव सहित अन्य चार कस्बों को विधुत सप्लाई करने के लिए चार टांसफार्मर भी लगाए हैं। विधुत सप्लाई का सफल ट्रायल भी पूरा हो गया है। गाँव के 76 परिवारों में से 32 परिवारों ने अपने घरों में विधुत संयोजन के लिए ऊर्जा निगम से आवेदन भी कर लिया है। गौण्डार गाँव के पहली बार विधुत लाइन से जुड़ने पर जहाँ ग्रामीणों में खुशी है। वही मदमहेश्वर धाम की यात्रा में भी इजाफा होने की सम्भावना है।