Uttarakhand: पंच केदार में द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात व सुरम्य मखमली बुग्यालों के मध्य विराजमान भगवान मदमहेश्वर के कपाट वेद ऋचाओं के साथ विधि – विधान से शीतकाल के लिए आज प्रातः 7:30 बजे शुभ लगनानुसार बन्द कर दिये गये हैं.
भगवान मदमहेश्वर के कपाट बन्द होने के पावन अवसर पर 253 तीर्थ यात्री कपाट बन्द होने के साक्षी बने, भगवान मदमहेश्वर के कपाट बन्द होने के बाद चल विग्रह उत्सव डोली कैलाश से शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ के लिए रवाना हो गयी है.
इसके साथ ही डोली आज प्रथम रात्रि प्रवास के लिए गौण्डार गाँव पहुंचेगी और 25 नवम्बर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी.