Uttarakhand: देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर बढ़ी चिंता के बीच अब उत्तराखंड में देहरादून की हवा भी बिगड़ती नजर आ रही है। हिमालय की तलहटी में बसे देहरादून में पिछले दो दिनों में एक्यूआई यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच चुका है।
जानकारों का मानना है कि देहरादून में बढ़ते प्रदूषण की बड़ी वजह में वाहनों की बढ़ती आवाजाही और कूड़ा-कचरा जलाना शामिल है। इसके अलावा, जंगलों में लगने वाली आग भी वायु प्रदूषण को बढ़ाने वाला एक बड़ा कारण है।
वहीं देहरादून में लगाए गए स्मार्ट एलईडी डिस्प्ले भी सवालों के घेरे में हैं। शहर के लोगों का कहना है कि कई जगहों पर ये डिस्प्ले एक्यूआई की पुरानी जानकारी दिखा रहे हैं जिससे भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इस लापरवाही को लेकर वे चिंतित हैं।
देहरादून में बढ़ता प्रदूषण लोगों की चिंता बढ़ा रहा है। कई युवा तो अब मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। कई लोगों को डर सता रहा है कि अगर प्रदूषण की रोकथाम के लिए तुरंत दखल नहीं दिया गया, तो बच्चों और बुजुर्गों को इसका खामियाजा सबसे ज्यादा भुगतना पड़ेगा।
पहाड़ी शहरों को अब तक प्रदूषण से सुरक्षित माना जाता था लेकिन अब हवा की गुणवत्ता खराब होना चिंता का सबब है। जानकार चेतावनी दे रहे हैं कि अगर सख्त नियम लागू नहीं किए गए और लोगों में जागरूकता नहीं बढ़ी तो देहरादून को भी सर्दियों में उसी तरह के प्रदूषण संकट का सामना करना पड़ सकता है जैसे ये हर साल दिल्ली को अपनी चपेट में ले लेता है।