Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को लोकपर्व ईगास, बूढ़ी दीपावली और उत्तराखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती पर्व की बधाई दी है। भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है, और सरकार राज्य आंदोलनकारियों के सपनों को पूरा करने की दिशा में कार्यरत है।
उन्होंने प्रवासी उत्तराखंडियों से भी लोक परम्पराओं से जुड़ने और राज्य के विकास में सहभागी बनने का आह्वान किया। धामी ने 25 वर्षों की यात्रा पर चर्चा करते हुए भविष्य के उत्तराखंड को और अधिक सक्षम व समृद्ध बनाने की बात कही। राज्य राजस्व, स्वास्थ्य, नारी सशक्तिकरण, खेल, शिक्षा, पर्यटन आदि क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में पहली बार विकास पर चर्चा के लिए दो दिनों का विशेष विधान सभा सत्र आयोजित होगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन होगा और प्रदेश के रोड मैप पर चर्चा की जाएगी।
समस्त प्रदेशवासियों को इगास पर्व (बूढ़ी दीपावली) की हार्दिक शुभकामनाएं। देवभूमि उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराएं हमारी पहचान हैं। जिस प्रकार पूरे देश में सांस्कृतिक गौरव और विरासत का पुनर्जागरण हो रहा है, उसी तरह उत्तराखंडवासी भी अपने लोकपर्व इगास को उत्साह, आस्था और… pic.twitter.com/JcpWMH8qPj
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 1, 2025
मुख्यमंत्री ने रजत जयंती पर्व का कैलेंडर जारी किया और कहा कि उन्होंने इसकी शुरुआत ईगास बग्वाल पर चिनागाड़ के आपदा प्रभावितों के बीच जाकर की है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगामी दौरा राज्य की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण साबित होगा, तथा उत्तराखंड ने समान नागरिक संहिता,भू कानून और सख्त नकल विरोधी जैसे कानून बनाए हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि भाजपा सरकार सड़क, शिक्षा, खेल, और रोजगार के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य कर रही है, और जहां कहीं भी सुधार की आवश्यकता होगी, राज्य सरकार निरंतर विकास के लिए कदम उठाएगी।
इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि “समस्त प्रदेशवासियों को हमारी समृद्ध संस्कृति के प्रतीक लोक पर्व इगास बग्वाल (बूढ़ी दिवाली) की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को संजोए रखने वाला यह पर्व हमें अपनी जड़ों व परंपराओं से जोड़ने का संदेश देता है। यह पावन पर्व आप सभी के जीवन में सुख-समृद्धि एवं आरोग्यता का संचार करे, यही कामना है।”
“देवभूमि उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराएं हमारी पहचान हैं। जिस प्रकार पूरे देश में सांस्कृतिक गौरव और विरासत का पुनर्जागरण हो रहा है, उसी तरह उत्तराखंडवासी भी अपने लोकपर्व इगास को उत्साह, आस्था और हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं। हमारी सरकार द्वारा इगास पर्व पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है ताकि लोग अपनी जड़ों से जुड़ सकें और अपने परिवार के साथ इस लोकपर्व को परंपरागत रीति से मना सकें। इस पावन अवसर पर ईश्वर से आप सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करता हूं।”