Uttarakhand: उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में, खासकर हरबाड़ पंचायत में, लगातार भारी बारिश से काफी तबाही हुई है। कई जगह भूस्खलन हुए हैं। जलभराव से घरों और दूसरी इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है।
कई परिवारों को अपना घर छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। हरबाड़ में बारिश से हुए भूस्खलन से नौ घरों को नुकसान पहुंचा है। प्रभावित परिवारों को जिला प्रशासन ने सुरक्षित जगहों पर भेजा है। जिला प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को युद्धस्तर पर मरम्मती काम करने के निर्देश दिए हैं। रेड क्रॉस सोसाइटी और स्थानीय अधिकारियों की मदद से प्रभावित परिवारों को राहत के सामान बांटे जा रहे हैं।
मौसम विज्ञान विभाग के हाइड्रोमेट डिवीजन ने रविवार को आगामी 24 घंटे में बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी में भारी बारिश के कारण जलभराव और बाढ़ के खतरे का पूर्वानुमान जारी किया है। इसके बाद राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र भेजते हुए सावधानी बरतने को कहा है।
187 सड़कें बंद-
प्रदेश में बारिश के बाद सड़कों पर जगह-जगह मलबा आ गया है। जिससे छह राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 187 सड़कें बंद हैं। इसमें ग्रामीण क्षेत्र की 104 सड़कें शामिल हैं। पिथौरागढ़ जिले में धारचुला-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग में पहाड़ी से बड़े पत्थर आ गए हैं। इससे राजमार्ग में वाहनों की आवाजाही बंद है। घटियाबगढ़-लिपूलेख राष्ट्रीय राजमार्ग में मलबा आ गया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक चमोली में एक राष्ट्रीय और दो राज्य मार्ग, पौड़ी में एक राष्ट्रीय और एक राज्य मार्ग, उत्तरकाशी में दो राष्ट्रीय राजमार्ग, टिहरी में दो राज्य मार्ग मलबा आने से बंद हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों की कई सड़कें बंद हैं