Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में अचानक आई बाढ़ के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए राज्य आपातकालीन केंद्र में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए।
उत्तरकाशी में नदी के बढ़े जल स्तर व आस-पास के क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। धराली उत्तरकाशी में सभी सरकारी एजेंसियां, विभाग और सेना आपसी समन्वय से राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। बीती रात 130 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। बंद रास्तों को खोला जा रहा है और प्रभावितों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में पहुंचे और आपदा प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। बता दे कि उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में बादल फटने से आई आपदा को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में प्रभावित लोगों को बेहतर इलाज समय पर मिल सके।
इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि देहरादून, ऋषिकेश और अन्य प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में बेड आरक्षित कर दिए गए हैं, ताकि आपदाग्रस्त क्षेत्र से लाए गए घायलों को तत्काल उपचार मिल सके। मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “वहां पर बचाव के काम तेजी से चल रहे हैं, वहां पर सेना के लोग, आईटीबीपी के लोग और एसडीआरएफ की टीमें पहुंच गई हैं। लगभग 70-80 लोगों को अभी सुरक्षित स्थानों पर निकाल भी लिया गया है, बहुत तेजी से वहां पर बचाव का कार्य हुई है।”
धामी ने कहा कि प्रभावित इलाकों में फंसे 130 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, धराली और हर्षिल में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं और केवल आपातकालीन सेवाएं ही चालू रखी गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों के लिए भोजन, आवास और दवाओं की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना से अतिरिक्त हेलीकॉप्टर मंगवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “सरकार के लिए हर व्यक्ति का जीवन अनमोल है।” मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों से मंगलवार रात ही प्रभावित क्षेत्र में बाधित संचार लाइनों को बहाल करने को कहा ताकि प्रभावित लोगों से संपर्क किया जा सके।
उत्तरकाशी में नदी के बढ़े जल स्तर व आस-पास के क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए।
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— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 6, 2025
उन्होंने कहा कि धराली और हर्षिल क्षेत्र में प्रभावित लोगों को तत्काल रेस्क्यू कर होटलों, होमस्टे आदि में आवास, भोजन और दवाओं की व्यवस्था की जाए। धामी ने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को हर्षिल क्षेत्र में बन रही झील को जल्द से जल्द खोलने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को एयरलिफ्ट करने के लिए भारतीय वायु सेना के एमआई-17 का उपयोग करने और तत्काल भोजन, दवाइयां और कपड़े आदि भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि बेघर हुए लोगों के रहने की अच्छी वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि यदि होटलों का अधिग्रहण करना पड़े, तो ऐसा तुरंत किया जाए।
धामी ने कहा कि बिस्तर, कंबल और कपड़ों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। भोजन के पैकेट हवाई मार्ग से पहुंचाए जाएं। उनके निर्देश पर, अपर सचिव मेहरबान सिंह बिष्ट, अभिषेक रोहिल्ला और गौरव कुमार सहित तीन आईएएस अधिकारियों को, जो उत्तरकाशी में जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य कर चुके हैं, प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे बचाव कार्यों के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में हाल ही में हुई प्राकृतिक आपदा तथा राहत एवं बचाव कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य सरकार राहत और बचाव कार्यों में पूरी तत्परता के साथ जुटी हुई है। लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण कुछ क्षेत्रों में कठिनाइयाँ आ रही हैं, लेकिन सभी संबंधित एजेंसियाँ समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।