Uttarakhand: बदरीनाथ धाम की यात्रा इस समय अपने चरम पर है, और श्रद्धालु विष्णुप्रयाग में पहुंचकर अपनी यात्रा को और भी यादगार बना रहे हैं। विष्णुप्रयाग उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है, जहां अलकनंदा और धौलीगंगा नदियों का संगम होता है। यह पंच प्रयागों में पहला और सबसे महत्वपूर्ण संगम स्थल माना जाता है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, विष्णुप्रयाग का नाम भगवान विष्णु के नाम पर पड़ा है। कहा जाता है कि यहां देवर्षि नारद ने भगवान विष्णु की घोर तपस्या की थी, जिससे प्रसन्न होकर भगवान विष्णु ने उन्हें दर्शन दिए थे। इसी कारण यह स्थान अत्यंत पवित्र माना जाता है। विष्णुप्रयाग में स्थित विष्णु मंदिर में भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। विष्णुप्रयाग में अलकनंदा और धौलीगंगा नदियों का संगम एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों और श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर देता है। यह स्थान चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित है, जिससे इसकी धार्मिक और पर्यटन महत्वता और बढ़ जाती है।
इस समय बदरीनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु विष्णुप्रयाग में पहुंचकर संगम में स्नान कर रहे हैं और यहां की शांति का अनुभव कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चाय-नाश्ते की व्यवस्था की है, जिससे उनकी यात्रा सुखद हो रही है। विष्णुप्रयाग न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर का भी प्रतीक है। यह स्थान हर श्रद्धालु के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करता है।