Uttarakhand: देहरादून में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने मिलावटी पनीर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग 500 किलो मिलावटी पनीर जब्त किया है। यह पनीर एक कार में भरकर शहर में लाया जा रहा था, जिसे जांच के लिए पकड़ा गया। जांच में यह पनीर अस्वच्छ और हानिकारक रसायनों जैसे रिफाइंड तेल और अन्य मिलावट के साथ पाया गया, जो मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत जोखिम भरा है। इस पनीर की आपूर्ति से आम जनता के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता था।
FDA की टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इस मिलावटी पनीर को नगर निगम के सहयोग से उचित स्थान पर नष्ट कर दिया। साथ ही, पनीर के नमूने एकत्रित कर उन्हें गुणवत्ता जांच के लिए रुद्रपुर स्थित सरकारी प्रयोगशाला भेजा गया है ताकि मिलावट की पूरी पुष्टि हो सके। यह कार्रवाई राज्य में खाद्य सुरक्षा बनाए रखने और उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई है।
उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और ऐसे अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि वे संदिग्ध खाद्य पदार्थों की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। खाद्य सुरक्षा विभाग के आयुक्त डॉ. राजेश कुमार ने भी बताया कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा और मिलावटी खाद्य पदार्थों की रोकथाम के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
विशेष रूप से चारधाम यात्रा के मौसम में जब हजारों श्रद्धालु राज्य के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हैं, तब ऐसे मिलावटी और नकली खाद्य पदार्थों की बिक्री से पर्यटकों और स्थानीय लोगों दोनों की सेहत को खतरा हो सकता है। इसलिए इस तरह की सख्त कार्रवाई समय की मांग है। FDA विभाग लगातार अपने अभियान को तेज करते हुए मिलावटी खाद्य पदार्थ बनाने और सप्लाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है ताकि उत्तराखंड में खाद्य सुरक्षा का स्तर उच्च रखा जा सके। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि खाद्य सुरक्षा को लेकर राज्य प्रशासन कितनी गंभीरता से कार्य कर रहा है और आम जनता की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है।