Uttarakhand: उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने शिकारियों पर नजर रखने और जानवरों की सुरक्षा के लिए पार्क के दक्षिणी छोर पर वॉच टावरों पर हाई रेजोल्यूशन कैमरे लगाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इन कैमरों को सावधानीपूर्वक उन जगहों पर लगाया है, जहां शिकार और वन संबंधी अपराध होने की संभावना है। वॉच टावरों पर लगे कैमरे दो किलोमीटर तक ज़ूम कर सकते हैं। इसके साथ ही इंटरनेट के माध्यम से एक ही जगह से इसकी फीड को देखा जा सकता है।
सौर ऊर्जा से चलने वाले ये कैमरे वाई-फाई के माध्यम से जुड़े होते हैं। टाइगर रिजर्व के अधिकारियों का कहना है कि देश के किसी भी राष्ट्रीय उद्यान में इस तरह का ये पहला प्रयोग है। जल्द ही इसे पार्क के और भी क्षेत्रों में लगाया जाएगा।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक साकेत बडोला ने कहा, “कार्बेट टाइगर रिजर्व की जो साउदर्न बॉडी है जो दक्षिणी सीमा है जो की यूपी से भी लगी हुई है, उसे बहुत सेंसिटिव माना जाता है जो पोचर्स है उनके एंट्री की वजह से और भी जो वन्य अपराध है उनके कारण से तो हमने पूरे उस साउदर्न बाउंड्री है जो कि रामनगर से और पाक्रो तक इक्सटेंड करती है। उसमें बहुत उच्च कोटि के टावर में कैमरे लगाए गए हैं।”
“हमारा जो वॉच टावर में जो हमने जो कैमरे लगाए हैं टॉवर पे जो कैमरे लगाए हैं वो एक कैमरा बड़ा हाई पावर होता है और करीब दो किलोमीटर तक के एरिया को वो देख सकता है। उसमें जूम करने की उसमें उसको रोटेट करने की ये सारी सुविधा है। ये सब इंटरनेट के थ्रू कनेक्टेड है। तो इसीलिए हमारे मुख्यालय से भी बैठ इन जो कैमरे हैं उनका संचालन किया जा सकता है।”