Uttarakhand: चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश और रुद्रप्रयाग के बीच 134 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग की पूरी तरह से मरम्मत कर दी गई है, मानसून की बारिश के मद्देनजर सड़कों के किनारे नालों की सफाई की गई है। सड़क पर पैचवर्क किया गया है और कुछ हिस्सों में चौड़ीकरण का काम भी शुरू किया गया है।
यात्रा को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए भूस्खलन के मलबे को तुरंत हटाने के लिए जगह-जगह जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं। राजमार्ग पर ‘खतरे वाले क्षेत्रों’ में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कार्य चल रहा है।
अधिशासी अभियंता राजवीर सिंह चौहान ने कहा कि “यह राष्ट्रीय राजमार्ग खंड श्रीनगर है। इसके अंतर्गत ऋषिकेष लेकर रूदप्रयाग तक का प्रभाव पड़ता है जो हमारा मुख्य चार धाम यात्रा का मार्ग है। केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम के लिए जाता है। ये लगभग 134 किलोमीटर लंबा है। इसमें प्रायोरिटी वाइज हमारा ये था कि पैच वगैरह करना है जहां जहां स्लिप है मलबा है। वो हमने करवा दिया है। रोड मार्किंग वगैरह करा दिए हैं।”
पौड़ी निवासी कार्तिक बहुगुणा ने बताया कि “मैं तो यही चाहूंगा कि प्रशासन अगर कभी भी इस तरह की चीजें होती हैं आपदा लैंड स्लाइड कुछ भी होता है इसकी जानकारी सभी लोगों को चाहे यात्री हो या सभी लोग हो अगर सही समय पर जानकारी मिलती रहे काफी हद तक स्थानीय लोगों को भी यात्रा करने यात्रियों को भी फायदा मिलता है।”