Uttarakhand: नैनीताल में पहला साहित्य महोत्सव, खूब बटोरी तारीफ

Uttarakhand: उत्तराखंड के नैनीताल में हाल में सम्पन्न पहला साहित्य महोत्सव देश में होने वाले बड़े साहित्य महोत्सवों में शुमार हो गया है। महोत्सव के दौरान खूबसूरत पहाड़ों के बीच साहित्य के प्रति जुनून साफ झलक रहा था। चार खेत के मनमोहक नजारों के बीच माउंटेन मैजिक रिसॉर्ट में 25 से 27 अप्रैल तक साहित्य महोत्सव का आयोजन हुआ। तीन दिन चले सम्मेलन में 50 से ज्यादा लेखकों, कलाकारों, फिल्म निर्माताओं, संगीतकारों और विचारकों ने हिस्सा लिया।

पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त टीसीए राघवन, प्रसिद्ध लेखक आनंद नीलकांतन, ट्रैवल व्लॉगर शहनाज ट्रेजरी और इतिहासकार पुष्पेश पंत उन लेखकों में शामिल थे जिन्होंने अपने विचारों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सोलह साल की अर्शनूर कौर अपने गृहनगर नैनीताल में इतना शानदार आयोजन देख कर अभिभूत थीं। महोत्सव में किताबों की दुकान मुख्य आकर्षणों में एक थी। यहां स्कूली छात्र और पाठक अपनी पसंदीदा किताबें खरीद कर लेखकों के हस्ताक्षर लेने के लिए बेताब थे। पूर्व राजनयिक और “स्लमडॉग मिलियनेयर” के लेखक विकास स्वरूप और मशहूर उपन्यासकार शोभा डे साहित्य महोत्सव के आयोजन से बेहद खुश हुए। महोत्सव में साहित्यिक सत्रों के अलावा आकर्षक नृत्य-संगीत, स्थानीय शिल्प और पाक कला पर आधारित जीवंत बाजार भी शामिल थे।

NLF के संस्थापक अमिताभ सिंह बघेल ने कहा, “मुझे किताबों और कविताओं का बहुत शौक है। मैं नैनीताल में ही रहता हूं। मैंने साहित्य महोत्सव करने की सोची। मेरी सोच को कई लोगों का साथ मिला। उन्होंने कहा कि नैनीताल जैसी जगह में साहित्य महोत्सव की सख्त जरूरत है। हमने इसे समावेशी बनाने का फैसला किया, जिसमें सभी के लिए जगह हो। नैनीताल के लोग महोत्सव में शामिल हों। हमने नैनीताल और अपनी जड़ों से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाने की कोशिश की है। शायद यही वजह है कि ये महोत्सव लोकप्रिय हुआ।”

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