Uttarakhand: उत्तराखंड के पौड़ी में रहने वालों का दावा है कि सूबे में 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के लिए किए गए विस्फोट से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके साथ ही उनकी मांग है कि सरकार उन्हें क्षतिग्रस्त हुए घरों के लिए मुआवज़ा दे।
इस विवाद से इतर ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना को गढ़वाल हिमालय में कनेक्टिविटी के लिए बड़ा बदलाव बताया जा रहा है। जिससे लोग खुश भी हैं, लेकिन उनका कहना है कि सुरंग विस्फोट के कारण उनके घरों को काफी नुकसान हुआ है।
मुआवज़े की मांग ऐसे समय में की गई है, जब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जनसू में भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग के निर्माण का निरीक्षण किया था। देवप्रयाग और जनसू के बीच 14.57 किलोमीटर लंबी सुरंग संख्या आठ उत्तराखंड में महत्वाकांक्षी 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉड गेज रेल लिंक परियोजना का हिस्सा है।
लुशुन टोडरिया ने कहा, “ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना है और उसके तहत पौड़ी जिले में सौड़ गांव में रेलवे स्टेशन बन रहा है तो वहां पर ब्लास्टिंग हुई थी तमाम तरह से तो वहां जो मकान थे गांव के तो उन मकानों में दरारें आईं, काफी दरारें आईं, बहुत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए मकान। उसके बाद ग्रामीणों ने मांग की कि सर्वे किया जाए और सर्वे के बाद जो मुआवज़ा बना, उसमें बहुत अनियमितताएँ दिखाई दीं तो ग्रामीणों के साथ हम इसलिए यहां आए हैं कि दोबारा सर्वे हो, मूल्यांकन हो।”