Uttarakhand: अगर आप कॉर्बेट घूमने की योजना बना रहे हैं, तो आप जल्द ही हाथी पर सवार होकर इसकी प्राकृतिक खूबसूरती का मजा ले सकेंगे। उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा 2018 में पशु कल्याण से जुड़ी चिंताओं का हवाला देते हुए हाथी सफारी पर रोक लगा दी गई थी, जो जल्द ही फिर से शुरू हो सकती है।
उच्चतम न्यायालय ने उच्च न्यायालय के सात साल पुराने आदेश पर रोक लगा दी है, जिससे उम्मीद जगी है कि कॉर्बेट नेशनल पार्क आने वाले पर्यटक एक बार फिर हाथी पर बैठकर प्रकृति और वन्यजीवों के करीब जाने का रोमांच अनुभव कर सकेंगे।
जीप सफारी की रफ्तार तेज होती है और इससे ज्यादा शोरगुल होता है। इसके विपरीत हाथी शांत भाव से चलते हैं, जिससे पर्यटकों को जंगल की शांति का अनुभव करने का मौका मिलता है। हाथी सफारी के फिर से शुरू होने की उम्मीद से स्थानीय महावतों और हाथी पालकों के लिए भी उम्मीदें जगी हैं, जिन पर प्रतिबंध से बुरा असर पड़ा था।