Uttarakhand: उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघ संरक्षण के लिए 10 साल की योजना तैयार करने की कवायद शुरू हो गई है। भारत भर के सभी बाघ अभयारण्यों में किया जाने वाले इस दशकीय योजना में वन्यजीव संरक्षण के सभी जरूरी उपायों को शामिल किया गया है।
बाघ संरक्षण की इस योजना को अंतिम रूप दे दिए जाने के बाद मंजूरी के लिए केन्द्र सरकार के पास भेजा जाता है। योजना का एक जरूरी पहलू ये भी है कि इसमें ऐसी नीतियों को तैयार करना है, जो राष्ट्रीय उद्यानों के निकट इंसानी बस्तियों की सुरक्षा भी तय करें, जिसका मकसद इंसान-वन्यजीवों के बीच होने वाले टकराव को कम करना है।
योजना की नीतियों का मसौदा तैयार करते समय पर्यटन को भी ध्यान में रखा गया है, जो बफर जोन और आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए रोजगार का जरिया है। इस पूरी कवायद में वन्य जीव संरक्षण की विस्तृत योजना शामिल है। अधिकारियों का कहना है कि इस दिशा की में की जा रही व्यापक कोशिश साल भर के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।