Uttarakhand: उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश की वजह से घर ढहने, इलाकों में बाढ़ आने और कई नदियों में पानी बढ़ने से एक ही परिवार के तीन लोगों समेत छह लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। चमोली जिले के देवचौली में एक मकान ढहने से बुधवार शाम से एक महिला और एक बच्चा लापता हैं और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है।
मूसलाधार बारिश की वजह से हरिद्वार के खड़खड़ी इलाके में सुखी नदी के किनारे खड़े करीव एक दर्जन चार गाड़ियां बह गए। राज्य के प्रभावित इलाकों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एनडीआरएफ प्रशासन की टीमें तैनात की गई हैं। आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि केदारनाथ रूट पर भीमबली चौकी के पास पत्थर गिरने और 20-25 मीटर पैदल रास्ता बह जाने से फंसे 200 यात्रियों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।
हरिद्वार जिले के बहादराबाद के भरपुर गांव में बारिश की वजह से एक मकान गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। टिहरी जिले के घनसाली के जखन्याली गांव में बादल फटने के बाद हुए भूस्खलन में एक ही परिवार के तीन सदस्यों – 50 साल के भानु प्रसाद, 45 साल की उनकी पत्नी नीलम देवी और 28 साल के बेटे विपिन की मौत हो गई।
विपिन को बचा लिया गया लेकिन जब उसे एम्स ले जाया जा रहा था, तो उसने दम तोड़ दिया। खरखरी में, कांवड़ियों के एक ग्रुप के लिए राशन और जरूरी सामान ले जा रहा एक ट्रक भी बह गया। बुधवार को जब ये हादसा हुआ तो ट्रक में कोई नहीं था। हरिद्वार के कई इलाकों में सड़कें पानी में डूब गईं और कनखल थाने में भी बारिश का पानी घुस गया।
भूपतवाला, हरिद्वार, नया हरिद्वार, कनखल और ज्वालापुर की कई कॉलोनियों और बाजारों में भी पानी भर गया। पिथौरागढ़ जिले के तल्ला गांव में भारी बारिश की वजह से एक मकान ढह गया। गांव में तीन और घरों को नुकसान हुआ है। हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन सचिव से बात की है और प्रभावित इलाकों और राहत और बचाव के कामों के बारे में जानकारी ली।