उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने सहारनपुर जिले से दो संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया है. इन पर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने का आरोप है. यूपी एटीएस ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि कुछ दिन पूर्व लखनऊ एटीएस ने आतंकी संगठन से जुड़े उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सक्रिय लुकमान, शहजाद, कारी मुख्तार, मुदस्सिर, कामिल, अलीनूर, नवाजिश अंसारी और मोहम्मद आलीम को गिरफ्तार किया था, जिनसे पूछताछ के आधार पर एटीएस को जानकारी मिली कि इनके दो साथी कोतवाली देवबंद क्षेत्र के गांव जहीरपुर में रह रहे हैं.
बयान के मुताबिक, एटीएस ने उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के गांव जहरीपुर निवासी 28 वर्षीय आस मोहम्मद और हारिस निवासी ग्राम बबेलपुर 23 वर्षीय मोहम्मद को भी गिरफ्तार किया है. बयान के अनुसार पूछताछ के लिए एटीएस दोनों को मुख्यालय लायी है. एटीएस की छानबीन में सामने आया कि आस मोहम्मद खेतीबाड़ी का काम करता था. उसके पास से बरामद मोबाइल में कई आतंकी संगठनों से जुड़े होने के तार भी हाथ लगे हैं.
खेती बाड़ी के जरिए आंखों में झोंकता था धूल
देवबंद कोतवाली प्रभारी एचएन सिंह के मुताबिक, आस मोहम्मद खेती बाड़ी का काम करता है. इसके अतिरिक्त कोई अन्य काम नहीं है, उसके पास. वहीं, गांव वालों को भी यकीन नहीं हो रहा कि हमारे बीच में रहने वाला, साधारण सा दिखने वाला आस मोहम्मद आतंकी संगठनों से जुड़ा हुआ था. एक तरफ लोग हैरान हैं तो दूसरी तरफ लोग पुलिस से कुछ कहने से भी डर रहे हैं. हालांकि, पुलिस को मोहम्मद के पास से बरामद मोबाइल में कई इंटरनेट मीडिया ऐप मिले हैं, जिसके माध्यम से मोहम्मद बांग्लादेशी आतंकियों के संपर्क में रहता था.
बांग्लादेश में बैठे आका, सहारनपुर में आतंकी मॉड्यूल तैयार
सूत्र बताते हैं कि बांग्लादेश में बैठे आका सहारनपुर और उसके आसपास आतंकी मॉड्यूल तैयार करने के निर्देश आस मोहम्मद को देते थे. जिसके बाद आस मोहम्मद उनके हुक्म की तामील करता था. फिलहाल, यह पुलिस और एटीएस के लिए जांच का विषय है कि अब तक आस मोहम्मद अपने आकाओं का कितना फायदा करा चुका है. लगातार आस मोहम्मद और उसके साथी के साथ पूछताछ जारी है.
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