UCC: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने राज्य में की गई विभिन्न पहलों का जिक्र करते हुए कहा है कि देवभूमि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता इसी महीने लागू होगी।
सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसके पास समान नागरिक संहिता अधिनियम है, जो राज्य में अनुसूचित जनजातियों (एसटी) को छोड़कर सभी नागरिकों के लिए धर्म के बावजूद विवाह, तलाक, उत्तराधिकार और विरासत पर एक समान और समान नियम स्थापित करने का प्रयास करता है। ये सभी विवाहों और लिव-इन संबंधों का पंजीकरण अनिवार्य बनाता है।
सीएम धामी ने कहा है कि देवभूमि उत्तराखंड में लगातार श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आगमन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार और ऋषिकेश में हम गंगा कॉरिडोर बनाएंगे। शारदा नदी पर भी कॉरिडोर बनाया जा रहा है इस पर काफी काम शुरू हो चुका है।
उन्होंने कहा कि पूर्णागिरी में उत्तर प्रदेश से ज्यादा श्रद्धालु जाते हैं। मुझे काफी खुशी होती है। अब हम वहां शारदा कॉरिडोर बनाएंगे जिससे वहां सुन्दर घाट होंगे और सौंदर्यीकरण होगा। ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ और पर्यटन रूप में उत्तराखंड को विकसित किया जा रहा है जिससे लोग विदेश में वैवाहिक और अन्य कार्यक्रम ना कर देवभूमि में करेंगे।”
राजकाज और सुरक्षा को लेकर विभिन्न कानूनी सुधारों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने धर्मान्तरण रोधी कानून बनाया। हमने सख्त दंगा रोधी कानून बनाया। साथ ही हमने नकल विरोधी कानून भी बनाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने भूमि जिहाद पर कानून बनाया है और 5000 एकड़ भूमि को कब्जा से मुक्त कराया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में आगामी 28 जनवरी से 28वें राष्ट्रीय खेल शुरू होने जा रहा है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे, इसका समापन कार्यक्रम हल्द्वानी में होगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “भाइयों-बहनों ये गोरव देवभूमि उत्तराखंड को प्राप्त हो गया है कि समान नागरिक संहिता का विधेयक बनकर तैयार हो गया है। और इसी माह आपको समाचार मिल जाएगा। इसी माह इसको लागू करेंगे। और ये गंगोत्री देवभूमि उतराखंड से निकली है। जैसे- मां गंगा, यमुना, शारदा, सरस्वती और कावेरी काफी सारी हमारी नदियां देवभूमि उत्तराखंड से निकलकर पूरे देश को जल और जीवन देने का काम करती है। उसी प्रकार समान नागरिक संहिता की गंगोत्री भी पूरे देश में लागू करने वाली है आने वाले समय में। आज विकास के काम भी तेजी से राज्य के अंदर हो रहा है। चाहे बद्रीनाथ धाम में करोड़ों की लागत से पुननिर्माण एवं मास्टर प्लान पर काम किया जा रहा है।”