उर्गम घाटी मे स्थित फ़्यूलानारायण नारायण धाम के कपाट विधि विधान से बंद हुये
फ़्यूलानारायण धाम हर वर्ष धाम नंदा अष्टमी के नवमी तिथि को मंदिर के कपाट बंद हो जाते
हैं, समुद्र तल से दस फीट की ऊंचाई पर यह मंदिर भगवान नारायण का चतुर्भुज रूप में स्थित
है यहां पर नंदा स्वनुल देवी जाख घंटाकरण महालक्ष्मी,वन देवी की पूजा होती है, प्रात काल से
ही कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, दिन में राजभोग लगाया गया और उसके बाद
भोजन प्रसाद के साथ साथ हवन आदि कार्य संपन्न कराए गए, मुतू नामक वनस्पति भगवती के
स्थान में रख दिया जाता है, यही कपाट बंद की प्रक्रिया इस मौके पर विभिन्न गांव के लोग इस
कार्यक्रम में उपस्थित थे।