Ramnagar: उत्तराखंड में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पास रामनगर वन प्रभाग बाघों की गिनती के लिए फेज-4 तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है, बाघों की निगरानी के लिए 480 वर्ग किलोमीटर के जंगल में कुल 350 ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं।
इससे पहले प्रभाग में 67 बाघ की मौजूदगी दर्ज की गई थी, अब चल रही गणना में बाघों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है। गणना के पहले चरण में दिसंबर 2024 में तीन रेंज- कोसी, कोटा और देचोरी में 220 टैप कैमरे लगाए गए थे और सभी में बाघों की मौजूदगी दर्ज की गई थी।
एक फरवरी से शुरू होने वाले दूसरे चरण में कालाढूंगी और फतेहपुर रेंज में 65 बिंदुओं पर 130 कैमरा ट्रैप लगाए जाएंगे, बाघों की मौजूदगी के आंकड़े मार्च के आखिर तक आने की उम्मीद है।
रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगंत नायक ने कहा कि “रामनगर वन प्रभाग इस बार पहली बार एक टेरिटोरियल डिवीजन में फेज-4 मॉनिटरिंग का जिम्मेदारी उठाया है। जैसा आप सब जानते हैं कि रामनगर डिवीजन में 67 टाइगर पाया गया था अखिल भारतीय बाघ अनुमान में। ये 10वां सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व होता अगर ये टाइगर रिजर्व होता, मगर ये एक फॉरेस्ट डिवीजन है।
इसके साथ ही कहा कि लेकिन यहां पर जो प्रैक्टिस है वो सेम टाइगर रिजर्व के जैसा ही किया जाता है। हम रोज एम-स्ट्रिप्स के माध्यम से पेट्रोलिंग करते हैं इस बार फेज-4 भी कर रहे हैं और इस बार हम 110 कैमरा भी तीन रेंज में लगा दिए गए थे। उसका गणना अभी खत्म हो गया है, अभी फेज-2 में ब्लॉक टू में 65 प्वॉइंट है जहां पर टोटल 130 कैमरा लगेंगे।”