Ramnagar: उच्च हिमालयी क्षेत्रों में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू, पक्षी प्रेमियों में खुशी की लहर

Ramnagar: उत्तराखंड में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के पास रामनगर में वॉटर रिजर्व में प्रवासी पक्षियों का आना शुरू हो गया है, यह पक्षी सर्दियों की शुरुआत के साथ ही भारत में आना शुरू कर देते हैं।

वन अधिकारियों के अनुसार इस साल इन पक्षियों के आने में देरी हुई है और उनकी सुरक्षा तय करने के लिए वन विभाग की ओर से खास उपाय किए जा रहे हैं। ऊपरी हिमालय और साइबेरिया के ठंडे तापमान से बचने के लिए प्रवासी पक्षियों की अलग-अलग प्रजातियां ठंड के महीनों में भारत आती हैं।

इनके आने से पक्षी प्रेमियों में काफी उत्साह होता है और वो इन्हें देखने के लिए दूर-दूर से आते हैं, यह प्रवासी पक्षी आम तौर पर पूरे सर्दियों के मौसम में इस क्षेत्र में रहते हैं और हर साल मार्च-अप्रैल के आसपास गर्मी शुरू होते ही अपनी वापसी यात्रा शुरू कर देते हैं।

दिगंत नायक, डीएफओ, रामनगर फॉरेस्ट डिवीजन “माइग्रेटेड बर्ड्स हैं, जो विंटर के टाइम पे हमारे यहां मेराज और जो भी आसपास के जलाशय हैंं, उनके पास आने शुरू हो गए हैं। इस बार थोड़ी देरी हुआ, इस बार नवंबर में आ रहे हैं, पहले ये अक्टूबर में आ जाते थे। जैसे ही माइग्रेटेड बर्ड्स आ रहे हैं, उनकी सुरक्षा के लिए हमने अलर्ट कर दिया है। एक टीम भी बनाई है पेट्रोलिंग के लिए। इस बार सोच रहे हैं कि हम एक बोट का भी इंतजाम कर लें ताकि इनका प्रोटक्शन अच्छे से हो।”

बर्ड एक्सपर्ट संजय छिम्वाल ने बताया कि “जिम कार्बेट पक्षियों के मामले में बहुत रिच क्षेत्र है और खासतौर से इस समय जो विंटर में काफी माइग्रेटेड बर्ड्स आते हैं। तो ये सुरखाब, जो उच्च हिमालयी क्षेत्र से आते हैं और इसके अलावा और भी पक्षी हैं, जो पानी पर डिपेंडेंट हैं।”

इसके साथ ही टूरिस्टों का कहना है कि “यह जो पक्षी आते हैं, सालाना आते हैं। जो माइग्रेटरी पक्षी हैं, इनको देखने आए हैं। जो यहां के पक्षी जैसे ठंडी होती है, नीचे आ जाते हैं। उनको देखने आए हैं, खिंचने आये हैं।”

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *