Operation Sindoor: 7 मई 2025 को ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन घाट पर आयोजित गंगा आरती को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान-आधारित जम्मू-कश्मीर में की गई “ऑपरेशन सिंदूर” को समर्पित किया गया। इस अवसर पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने भारत माता की जय के उद्घोष किए और तिरंगे झंडे लहराए। पूरे घाट पर भारत माता की जयकारों से वातावरण गूंज उठा, जो इस सैन्य अभियान के प्रति श्रद्धा और समर्थन का प्रतीक था।
परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा, “आज का दिन भारत के लिए महत्वपूर्ण है। हमारे जवानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और तीनों सेनाओं के संयुक्त प्रयास से ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकवादियों को कड़ा संदेश दिया है।” स्वामी जी ने इस अवसर पर देशवासियों से एकजुट होकर राष्ट्र की सुरक्षा और अखंडता के लिए संकल्प लेने का आह्वान किया। भारतीय सशस्त्र बलों ने 6 मई 2025 को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-आधारित जम्मू-कश्मीर में नौ स्थानों पर सटीक हमले किए। सरकारी बयान में स्पष्ट किया गया कि इन हमलों में कोई पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया था। यह कार्रवाई भारत की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।
परमार्थ निकेतन की गंगा आरती, जो 1997 से प्रतिदिन आयोजित हो रही है, को हाल ही में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सूचीबद्ध किया गया है। यह आरती 30 मिनट की निरंतर पूजा है, जिसमें मंत्रोच्चारण, दीपों की ज्योति और भक्तों की आस्था का अद्भुत संगम होता है। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने इसे जल जागरूकता और सांस्कृतिक संरक्षण का माध्यम बताया है। ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित यह गंगा आरती न केवल भारतीय सेना की वीरता और समर्पण का सम्मान है, बल्कि यह देशवासियों की एकजुटता और राष्ट्रीय भावना का भी प्रतीक है। ऋषिकेश का यह दृश्य दर्शाता है कि आध्यात्मिकता और राष्ट्रभक्ति एक-दूसरे के पूरक हैं, और ऐसे आयोजनों से हम अपने देश की सुरक्षा और संस्कृति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रकट कर सकते हैं।
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