Nainital: राजा हिंदुस्तानी और राजू डिस्को ऊंटों के बेड़े में शामिल उन ऊंटों के नाम हैं, जो उत्तराखंड में जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के ढिकुली में सैलानियों के लिए हैं। ऊंटों के मालिक खुश हैं और सैलानी भी, सैलानियों को उद्यान का आनंद लेने का नया जरिया मिल गया है और ऊंट मालिकों को आमदनी का।
सैलानी इस पहल से बेहद खुश हैं। कई लोगों ने कहा कि वे खास तौर से ऊंटों की सवारी के लिए उद्यान आए हैं। सैलानी आंचल रोहित बंसल ने कहा कि “बहुत बढ़िया लगा, हम लोग तो पूना से आए हैं। पूना में भी कैमल्स होते हैं। बट उसमें ना, बैठने की सुविधा नहीं होती। तो मेरे जैसे लोग बैठ नहीं पाते। यहां पे आके वो सीढ़ियों का जो सिस्टम है, और भईया ने जो अभी कैमल चलाया, उससे लग ही नहीं रहा है कि इतना सेफ लगा, लग ही नहीं रहा था कि कैमल पर बैठे हैं। जैसे वहां अगर बैठो तो लगता है हम अभी गिरेंगे। बच्चों को भी अपने को डर लगता है बैठाने में। बट यहां पर तो ऐसा लगा ही नहीं कि कुछ रिस्क है या कुछ है। बहुत मजा आया।”
“बहुत अच्छा लगा हमें कैमल राइड करके। मेरा डेढ़ साल का बेटा है, उसको हमेशा से मन कर रहा था कैमल और एलिफैंट राइड का। तो बहुत अच्छा लगा। रामनगर में हम लोगों ने कॉर्बेट पार्क में हम लोगों ने राइड करी। मैं, मेरी वाइफ और मेरे बेटे ने। हमें बहुत अच्छा लगा। हम स्पेशियली जिम कॉर्बेट आए थे, कैमल राइड और एलिफैंट राइड के लिए।”
ऊंट की सवारी छोटे समय के लिए, लेकिन आरामदेह है, ऊंट आधे किलोमीटर से भी कम दूरी तय करते हैं। ऊंट मालिकों का कहना है कि “कैमल का नाम है, एक का राजा हिंदुस्तानी है। एक का राजू डिस्को है। राइड होगी 300 रुपये की। 200 मीटर लेके जाते हैं, 200 मीटर लाते हैं। कैमल यहां पर एक ही था पहले तो, एक ही लेके आया था। फिर बाद में लोग और भी ले आए, तो सभी का गुजारा सही हो रहा है। लोग चाहते हैं। कैमल की सवारी सही करते हैं लोग। वैसे लोग काफी आते हैं। दो बड़े, दो बच्चे बैठ जाते हैं।”
1g0ff6