Khatima: खटीमा की भारत नेपाल सीमा से लगे घने जंगलों के बीच है भारामल बाबा का मंदिर

Khatima: उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है,देवभूमि के अलग-अलग अंचलों में विध्यमान सैकड़ो मंदिर उत्तराखंड को धार्मिक आस्था के केंद्र के साथ साथ देवताओं के वास स्थल के रूप में भी प्रसिद्धि दे रहे है। आज हम आपको उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के भारत नेपाल सीमा से लगे खटीमा तहसील क्षेत्र में विध्यमान भारा मल बाबा के धाम से रूबरू कराएंगे। खटीमा मुख्य शहर से लगभग 14 किलोमीटर दूर दुरस्त सुरई वन रेंज के घनघोर जंगल के बीच में स्थित यह मंदिर भारत व नेपाल के लाखों लोगो की आस्था का केंद्र है।इसे न्याय के देवता के रूप में भी पूजा जाता है।

खटीमा में घनघोर जंगलों के बीच में स्थित भारामल बाबा का धाम लोगों को आस्था का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। हालांकि वर्ष भर विभिन्न स्थानों से इस मंदिर के दर्शनों को लोग घने जंगलों के बीच स्थित इस मंदिर में पहुंचकर पूजा अर्चना कर बाबा से अपनी मनोकामनाओं को पाते हैं, वहीं शीत ऋतु के समय में प्रतिवर्ष विशाल भंडारे का भी इस मंदिर स्थल पर आयोजन होता है, जिस भंडारे में हजारों लोग शामिल होकर बाबा भारामल का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं, इस पुरातन मंदिर के बारे में कहा जाता है कि जब ब्रिटिश काल में खटीमा की भारत में पास सीमा पर शारदा नहर का निर्माण हो रहा था, निर्माण में तमाम बाधाओं के उपरांत ठेकेदार को स्वप्न में इस मंदिर की स्थापना के लिए आदेश हुआ।

उसे वक्त जंगल के मध्य इस निर्जन स्थान पर शिवलिंग की उक्त ठेकेदार द्वारा स्थापना की गई। इसके उपरांत शारदा नहर का सफल निर्माण पूरा हो पाया।वही धीरे-धीरे यह मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र बन गया।मान्यता है की जो भी सच्चे मन से इस दरबार में बाबा भारा मल से कोई कामना करता है बाबा उसकी मनोकामना को पूर्ण करते है।वही कामना पूर्ण होने के उपरांत इस दरबार में गुड़ की भेली चना चढ़ा लोग भंडारे के आयोजन भी करते है।इस मंदिर को सच्चे दरबार के रूप में भी पूजा जाता है।

भारामल बाबा के धाम में आम लोगों के साथ-साथ खास लोगों की भी अपार आस्था है,प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अक्सर इस मंदिर में शीश नवाने आते है,सीएम के निर्देश पर ही मंदिर स्थल भव्य एक दिव्य बनाया गया है। जबकि उपनेता प्रतिपक्ष एवं स्थानीय विधायक ने भी अपनी आस्था को लेकर मंदिर में विशाल भंडारे का आयोजन कर भारा मल बाबा पर अपनी आस्था को व्यक्त किया।

भारामल बाबा के भक्त,नए वाहन,नया कार्य शुरू कर इस मंदिर का आशीर्वाद जरूर लेते है।वही सच्चे दरबार के रूप में पूजे जाने वाले भारामल बाबा सब पर अपनी अपार कृपा बरसा सभी को न्याय प्रदान करते है।बाबा की आस्था के चलते लाखो भक्त हर वर्ष बाबा भारामल बाबा के दर्शन प्राप्त कर अपने जीवन को सफल बनाते है,

बाबा भारामल धाम सीमांत क्षेत्र का एक ऐसा मंदिर है जिसमे हर धर्म संप्रदाय के लोग अपनी आस्था रखते हैं। वन देवता,न्याय देवता एवं सच्चे दरबार भारामल बाबा पर सैकड़ो लोगो की आस्था देखते ही बनती है।कल कल बहती शारदा नदी के किनारे जंगल के बीच में स्थित यह धार्मिक स्थल आध्यात्मिक शांति के साथ आमजन की मनोकामनाओं को प्रदान करने वाले धार्मिक स्थल के रूप में भारत ही नहीं पड़ोसी देश नेपाल के लोगो की आस्था का केंद्र है।ब्रिटिश काल में स्थापित यह मंदिर खटीमा के पुरातन मंदिरों में शुमार है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *