Kedarnath: भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई17 हेलीकॉप्टर उत्तराखंड में बारिश से प्रभावित केदारनाथ के पैदल रास्ते पर फंसे 500 से ज्यादा तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए बचाव अभियान में शामिल हो गए। इनमें से 10 को पहले दौर में एयरलिफ्ट किया गया।
लिनचोली के पास जंगलचट्टी में बादल फटने से रास्ता बंद हो गया था, अधिकारियों ने यहां बताया कि दस तीर्थयात्रियों को एमआई17 हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया और गौचर हवाई पट्टी पर छोड़ा गया। उन्होंने बताया कि लोगों को तीर्थयात्रियों में फंसे उनके रिश्तेदारों के बारे में जानकारी लेने के जिला प्रशासन दो हेल्पलाइन नंबर – 7579257572 और 01364-233387 – और एक आपातकालीन नंबर 112 भी जारी किया है।
तीर्थयात्री गौरीकुंड-केदारनाथ ट्रैक रूट पर भीमबली से आगे फंस गए थे, जब बुधवार की रात सड़क का 20-25 मीटर हिस्सा मंदाकिनी की तेज बहाव में बह गया था।हिमालय मंदिर तक का ट्रैक घोड़ापर्व,लिनचोली, बड़ी लिनचोली और भीमबली में पत्थरों से बंद हो गया। हालांकि फंसे हुए तीर्थयात्री सुरक्षित हैं, अधिकारियों ने कहा कि उनको पांच हजार खाने-पीने के पैकेट बांटे गए हैं।
केदारनाथ की यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है, जिला प्रशासन की सलाह के साथ तीर्थयात्रियों से कहा गया है कि जब तक रास्ते से मलबा साफ नहीं हो जाता तब तक वे जहां भी हैं वहीं रहें। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने 3,000 से ज्यादा तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला। पीएमओ ने राज्य की हालात पर अपडेट लेने के बाद चल रहे बचाव कामों में तेजी लाने के लिए चिनूक और एमआई17 हेलीकॉप्टर भेजे।