Kainchi Dham: उत्तराखंड के कैंची धाम का स्थापना दिवस हर साल 15 जून को मनाया जाता है, स्थापना दिवस की तरीख आने से पहले ही देश भर से हजारों श्रद्धालु कैंची धाम पहुंच गए हैं।
आठ जून को भी बाबा नीम करोली के आश्रम में सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे। इनमें से कई पहली बार यहां आए थे, मंदिर के अधिकारी अगले सप्ताह इसके स्थापना दिवस पर भव्य समारोह की तैयारियों में जुटे हैं।
आटा, घी, गुड़ और अन्य मसालों से बनी पारंपरिक भारतीय मिठाई मालपुआ स्थापना दिवस समारोह के लिए बड़ी मात्रा में बनाई जाएगी। मान्यता है कि मालपुआ ही बाबा नीम करोली का पसंदीदा भोग है।
इसके साथ ही कैंची धाम ट्रस्ट के अधिकारी भुवन बिष्ट ने बताया कि 15 जून के लिए हमने जो तैयारियां शुरू की हैं। उसके लिए 11 जून से ही मालपुआ बनाने शुरू होंगे और 15 जून को रात तक मालपुआ बनते रहेंगे लगातार। और जो प्रत्येक व्यक्ति चाहे 1 लाख आए 2 लाख आए या 2.5 लाख आएं, प्रत्येक व्यक्ति को हम मालपुआ देंगे। हम दो पैकेट देंगे, जिसमें दो-दो मालपुआ दिए जाएंगे।
चार मालपुए सबको मिलेंगे, 2 वहां खाने के लिए और 2 घर के प्रसाद ले जाने के लिए। चाहे 2 लाख आएं, 2.5 लाख, हम उसी हिसाब से मालपुए बनाएंगे। देर रात तक बनते रहेंगे। हमारे काफी कारीगर आते हैं जो रात-दिन सेवा करते हैं। सेवक आते हैं सारी सेवा करते हैं।”
श्रद्धालुओ का कहना है कि “अंदर जा के बहुत ही शांति मिली और बार-बार दोबारा यहां आने का मन हैं और बस मैं हर साल यहां आने का प्लान करूंगी, वैसे मैं यहां पर पहली आई हूं और मुझे यहां पर आके इतनी शांति मिली है कि बहुत ही अच्छा लगा यहां पर आके।”
“पहली बार यहां आई हूं, मुझे बहुत शौक था यहां आने के लिए बहुत अच्छा लग रहा है बहुत सुकून मिल रहा है। बहुत अच्छा सुने थे बाबा के बारे में। अच्छे-अच्छे मैसेज और अच्छे-अच्छे रील्स आ रहे थे मेरे इंस्टाग्राम पर, बहुत अच्छा लग रहा था तो मन किया कि घूम लूं तो बस घूमने आ गए।”