उत्तराखंड के जोशीमठ के मकानों में आ रही दरारों के कारणों का पता आईआईटी रूड़की के वैज्ञानिकों द्वारा किया जाएगा, दरअसल आईआईटी रूड़की के वैज्ञानिको का कहना है कि ड्रेनेज सिस्टम का प्रबंधन उचित नही होना भी दरारों का कारण हो सकता है, दरअसल उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में कई घरों में दरारें आ रही है, जिसको लेकर आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने क्षेत्र का निरीक्षण भी किया है, वही अब जोशीमठ क्षेत्र के पहाड़ों की मिट्टी और पत्थरों की जांच आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिक भू-तकनीकी माध्यम से करेंगे, ताकि यह जानकारी मिल सके कि घरों में दरारों की मुख्य वजह क्या हो सकती है, साथ ही भूकंप के कम्पन और पानी के रिसाव से पड़ने वाले प्रभाव का भी आकंलन किया जाएगा।
वहीं इस मामले में आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिक प्रोफेसर बी,के महेश्वरी का कहना है कि साल 2021 में भारी बारिश के कारण और फरवरी में ग्लेशियर टूटने की घटना के कारण भी मकानों में दरार आने की संभावना हो सकती है, उन्होंने कहा कि कुछ जयोलॉजिकल इशू है, उन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है, उसके बाद ही सही कारणों का पता चल पाएगा।
क्या हुआ है जोशीमठ में…
जोशीमठ शहर में भू धंसाव हो रहा है, इसको लेकर उत्तराखंड शासन को पत्र लिखा गया है, प्रशासन के इस पत्र पर उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने तत्काल प्रभाव से संज्ञान लेते हुए अपर सचिव आपदा प्रबंधन जितेंद्र कुमार सोनकर की अध्यक्षता में एक टेक्निकल टीम गठित की थी, यह टीम अब जोशीमठ पहुंची थी।