Haridwar: धर्मनगरी हरिद्वार के अमेरिकन आश्रम में तीर्थ सेवा न्यास द्वारा विश्व सनातन महापीठ का दिव्य व भव्य शिला पूजन समारोह आयोजित किया गया, इस अवसर पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में संत, महात्मा और हजारों सनातनी श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूरे परिसर में वैदिक मंत्रों की गूंज और आध्यात्मिक ऊर्जा से वातावरण भक्तिमय बना रहा।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ वेद मंत्रोच्चार के साथ किया गया, तीर्थ सेवा न्यास के परमाध्यक्ष बाबा हठयोगी ने बताया कि विश्व सनातन महापीठ की स्थापना का उद्देश्य विश्वभर में सनातन धर्म की शिक्षा, संस्कृति और सेवा के कार्यों को और मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि यह महापीठ आने वाली पीढ़ियों के लिए सांस्कृतिक केंद्र के रूप में कार्य करेगा।महंत गोरीशंकर दास ने कहा कि शिला पूजन के साथ ही एक ऐसे आध्यात्मिक केंद्र की शुरुआत हो रही है जो विश्व में सनातन संस्कृति का संदेश प्रसारित करेगा।
वहीं महामंडलेश्वर भूपेंद्र गिरी ने इसे सनातन परंपरा के पुनर्जागरण का महत्वपूर्ण कदम बताया।अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि सनातन धर्म सिर्फ आस्था ही नहीं, बल्कि मानवता और कर्तव्य का आधार है। महामंडलेश्वर अरुण दास ने कहा कि विश्व सनातन महापीठ समाज को राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करेगा।
स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि इस महापीठ के निर्माण से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। कथा व्यास अनिरुद्धाचार्य और देवकी नंदन ठाकुर ने भी कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्वचन देते हुए सनातन धर्म की महत्ता पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम के अंत में सभी संतों एवं उपस्थित वरिष्ठजनों ने सनातन धर्म को आगे बढ़ाने तथा समाज में सद्भाव और सेवा की भावना को प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया।