Haridwar: उत्तराखंड में हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में बीते दिनों मची भगदड़ में नौ लोगों की मौत और 30 के घायल होने के बाद श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं, इसके तहत मंदिर जाने वाले सीढ़ी मार्ग को श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए बंद कर दिया गया है।
अब श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए सिर्फ सड़क मार्ग और रोप-वे से ही जा सकेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि “बिल्कुल आपने देखा होगा, ये जो सीढ़ी वाला मार्ग था, जो घटना घटी थी, इसी में घटी थी क्योंकि मैंने पहले भी कहा था कि ये मार्ग नहीं है ये खड़ी सीढ़ी है और जब आप जो रोड बना है, रोड के ऊपर आप चढ़ेंगे तो बिल्कुल खड़ी सीढ़ी है।
अगर कहीं पांव स्लिप हो गया, वो आदमी नीचे, 20 सीढ़ी नीचे गिर सकता है। इसीलिए हमारे डीएम साहब के द्वारा, उन्होंने निरीक्षण किया, हमारे एसएसपी साहब थे, उनके द्वारा निर्णय लिया गया कि ये मार्ग बंद किया जाए, बहुत अच्छा हो। ये मार्ग बंद होने से हमारी भी जो मुसीबत थी वो कम हो गई।”
जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की आवाजाही को बेहतर बनाने और मंदिर में भीड़भाड़ को रोकने के लिए एक नई प्रणाली भी लागू की है। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि “क्राउड मैनेजमेंट का जो तरीका है, उसको एक बार से दोबारा से उसकी समीक्षा की गई। उसमें वन-वे सिस्टम लागू करने की एक मांग थी पहले से, उसको फिर से दोबारा से हम लोगों द्वारा समीक्षा करने के बाद दोबारा से लागू किया गया है और इसमें राम प्रसाद गली से ऊपर जाने वाला जो भी व्यक्ति है, वो सिर्फ जाने के लिए ही यूज होगा, एग्जिट के लिए उसका यूज नहीं किया जाएगा।
इसी प्रकार से मनसा देवी के ऊपर सीढ़ी मार्ग को पूर्णत: बंद कर दिया गया है। अब सड़क मार्ग से ही मनसा देवी जाया जा सकेगा और जाने के सिर्फ दो ही रास्ते हमारे द्वारा रखे गए हैं जिसमें मुख्य सड़क मार्ग और दूसरा उड़नखटोला के थ्रू ही जाया जा सकता है और वापसी के लिए भी यही दो मार्ग हैं।”
इसके साथ ही कहा कि पर्याप्त सुरक्षा बल हम लोगों के द्वारा लगाया गया है प्रॉपर उनको ब्रीफिंग करके और साथ में सीसीटीवी के हम लोगों के जो नए प्वाइंट्स हैं उसको भी हम लोगों के द्वारा चिह्नित करके वहां सीसीटीवी प्लेस किए जा रहे हैं। इसके साथ में पीएस सिस्टम लगाने पर भी जोर दिया गया है, खासकर जो क्राउड मैनेजमेंट के लिए जिन-जिन प्वाइंट्स पर हमें पीएस सिस्टम की आवश्यकता है उसको भी जल्दी लगाया जाएगा।”
मनसा देवी मंदिर में सुरक्षा उपायों को भी बेहतर किया गया है। इसमें भीड़ को नियंत्रित करने में मदद के लिए ज्यादा सुरक्षाकर्मी, नए सीसीटीवी कैमरे और एक सार्वजनिक संबोधन प्रणाली शामिल है। मनसा देवी मंदिर में 27 जुलाई को सीढ़ियों के नीचे बिजली का करंट फैलने की अफवाह के बाद भगदड़ मच गई और कई श्रद्धालुओं को जान गंवानी पड़ी।