नमिता बिष्ट
अब उत्तराखंड में युवाओं को रोजगार के साथ ड्रोन विशेषज्ञ बनाने की योजना शुरू होने जा रही है। इसके लिए इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एजेंसी यानी ITDA प्रदेश के हर जिले में एक ड्रोन स्कूल खोलने जा रही है। इसमें युवाओं को ड्रोन प्रशिक्षण की कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
13 जिलों में होंगे एक ड्रोन स्कूल
बता दें कि आज के दौर में जहां लाइसेंसी ड्रोन के रोजगार की कमी देखने को मिल रही है, वहीं अब ड्रोन को रोजगार के साथ जोड़ने के लिए ITDA इन स्कूलों के लिए ट्रेनर्स को तैयार कर रहा है। हालांकि अभी तक प्रदेश में एक भी ड्रोन स्कूल नहीं है, लेकिन आने वाले समय में प्रदेश के सभी जिलों में ड्रोन स्कूल होंगे।
ऋषिकेश के IDPL स्कूल से होगी शुरुआत
देश में अभी तक 32 ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर हैं, जिसमे उत्तर प्रदेश में केवल 2 ट्रेनिंग सेंटर हैं। लेकिन ड्रोन इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड अब 13 ड्रोन स्कूल खोलने जा रहा है। इसकी शुरुआत ऋषिकेश के आईडीपीएल स्कूल से शुरू होगी। इसके बाद लगातार अन्य जगहों में व्यवस्था के मुताबिक ड्रोन ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाएगी।
ड्रोन स्पेशलिस्ट मास्टर की ट्रेनिंग
बता दें कि 18 साल से ऊपर पॉलिटेक्निकल, आईटीआई और अन्य छात्रों को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत बचाव के अलावा ड्रोन से जुड़े रोजगार के अवसर भी इस क्षेत्र में बढ़ाए जा सके। फिलहाल वर्तमान में ड्रोन स्पेशलिस्ट मास्टर की ट्रेनिंग चल रही है, जिनके द्वारा आगे का कार्य संचालित किया जाएगा।
युवा बनेंगे ड्रोन पायलट
युवाओं का मानना है कि आज के दौर में ड्रोन इंडस्ट्री लगातार बढ़ रही है और आने वाले समय में विभागों के आलावा ड्रोन इंडस्ट्री से युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा प्रदेश एक आपदाग्रस्त राज्य है, यहां पर ड्रोन पायलटों की अधिक आवश्यकता है।
हर साल तैयार होंगे 100 से अधिक ड्रोन पायलट
ITDA निदेशक ADG अमित सिन्हा के अनुसार इस योजना को इस साल के अंत तक राज्य के सभी पुलिस और सिविल वयस्क छात्रों के लिए सभी जनपदों में एक स्कूल खोलकर ड्रोन प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। बाजार में ड्रोन इंडस्ट्री के बढ़ते क़दमों को देखते हुए अब प्रदेश के युवाओं को भी इस इंडस्ट्री में रोजगार के साथ जोड़ने की तैयारियां जोरो पर हैं, जिसमे हर साल 100 से अधिक ड्रोन पायलेट बनेंगे।