Dehradun: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मानसून पूर्व बारिश ने बेशक लोगों को राहत पहुंचाई है, लेकिन इससे एयर कंडीशनर और एयर कूलर बेचने वालों को तगड़ा झटका लगा है।
कई दुकानदारों की शिकायत है कि तापमान गिरने से उन्हें नुकसान हो रहा है, इस वजह से बिक्री में भारी कमी आई है। व्यापारी ऋषभ मल्होत्रा ने कहा कि “इस टाइम पे हमारा बहुत पीक सीजन था ये, पर सेल देखें तो बारिश के कारण हमारी सेल ना के बराबर ही समझिए। जो हमारी 100 परसेंट अचीवमेंट होती है, इस टाइम पे हमारी 80 परसेंट लॉसेज हैं। सेलिंग ही नहीं है, क्योंकि सेल होनी शुरू होती है तो बारिश पड़ जाती है। तो लोग उसके लिए रुक जाते हैं, कि चलो अभी ठंड पड़ रही है। बारिश पड़ रही है। बारिश ने हमारा काम बिल्कुल खराब कर दिया है।”
“बड़ा शॉर्ट पीरिएड है। पांच-सात दिन की गर्मी आई। उसके बाद लगातार बरसात है और ये भी नहीं कि बरसात सिर्फ देहरादून में है। ऑलमोस्ट पूरे कंट्री में वेदर चेंजेज देखा जा रहा है। जो स्टॉक है, वो रुक गया सारा। कूलर बिल्कुल भी बिका नहीं, एसी पांच परसेंट भी बिका नहीं है।”
एसी और एयर कूलर की कम बिक्री का असर कारोबार से जुड़े ट्रांसपोर्टरों और तकनीकी जानकारों पर भी पड़ा है। एसी और कूलर कारोबारियों को मौसम से शिकायत है, लेकिन मौसम विभाग को नहीं। विभाग का कहना है कि मौसम काफी हद तक पर्यावरण के अनुकूल है। राज्य में कहीं से भी भीषण गर्मी या जंगल में आग लगने की खबर नहीं आई है।
इसके साथ ही मौसम विभाग के वैज्ञानिक बिक्रम सिंह ने कहा कि “प्री-मानसून सीजन जो है, अच्छा रहा हमारा। बारिश की दृष्टि से देखेंगे तो उसकी वजह से चाहे जो फॉरेस्ट फायर है, वो भी देखने को नहीं मिली। जो भीषण गर्मी होती थी, खास कर प्लेंस में, वो भी नहीं दिखी है। और पेय जल वगैरह की भी समस्या नहीं दिखी है। केवल ये है कि किसानों के लिए फसल नहीं कटी थी। थोड़ा-बहुत उनको दिक्कतें जरूर आई हैं। तो इस तरह की स्थिति है, जो प्री-मानसून सीजन है, मैं कहूंगा बारिश की दृष्टि से भी ठीक रहा और तापमान जो बहुत ज्यादा रहते थे, वो भी इस बार वो चीजें नहीं रहीं। और फॉरेस्ट फायर होती थी, वो भी देखने को नहीं मिली।”
मानसून से पहले बारिश पर्यावरणविदों और आम लोगों को राहत पहुंचा रही है, लेकिन दुकानों में रखे एसी और कूलरों को अब अगले सीजन तक खरीदारों का इंतजार करना पड़ेगा।