रुड़की में सरकारी अफसरों और ठेकेदारों की जुगलबंदी सारे नियम कायदों पर भारी नजर आ रहे हैं। वहीं भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के खेल में मलाईदार महकमे पीडब्ल्यूडी के अधिकारी ठेकेदारों के सामने पूरी तरह नतमस्तक दिखाई दे रहे हैं। इस बात की तस्दीक यह वीडियो कर रहा है जो आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सरकारी अफसरों पर ठेकेदार कितने हावी है। यह पूरा माजरा टेंडर से जुड़ा है। जिसकी जिम्मेदारी अधिकारियों की है लेकिन अफसरों को ठेकेदारों पर इतना भरोसा है कि यहां ठेकेदारों के लिए कोई नियम-कायदे कानून नहीं है। और जो अधिकारी और कर्मचारियों को करने होते हैं वो भी ठेकेदार खुद ही कर रहे हैं।
बता दें कि रुड़की में पीडब्ल्यूडी में करोड़ो के टेंडर होने थे, जिनके लिए टेंडर पेटी में डाले जा रहे थे, इसी दौरान ठेकेदार आपस मे डील कर लेते है और समझौता होने पर पेटी से खुद ही टेंडर निकाल लेते हैं। ताज्जुब की बात ये है कि इस प्रक्रिया में कोई अधिकारी या कर्मचारी नहीं दिखाई देता। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि ठेकेदार निर्माण कार्यो के टेंडर पेटी में डाल रहे है, वहीं जब टेंडर डाल दिए जाते हैं तो उसके बाद ठेकेदारो में आपस मे सांठगांठ हो जाती है, तभी एक ठेकेदार जिसे अधिकारियों का चहेता बताया जाता है टेंडर पेटी को उल्टा करता है और अपने टेंडर निकाल लेता है। दिलचस्प बात ये है कि इस दौरान कोई अधिकारी कर्मचारी उन्हें रोकने टोकने वाला भी वहां मौजूद नहीं होता। वहीं इस पूरे प्रकरण का किसी ने वीडियो बना डाला जो अब ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत की पोल खोल रहा है। वहीं इस मामले में रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह का कहना है कि ये गम्भीर विषय है, इस पर एक टीम का गठन कर जांच कराई जाएगी। यदि ऐसा हुआ है तो टेंडर निरस्त किए जाएंगे और रिटेंडर निकाले जाएंगे।