Badrinath: उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम के कपाट सर्दियों में छह महीने बंद रहने के बाद चार मई को फिर से खुलेंगे, भगवान विष्णु को समर्पित बद्रीनाथ धाम हिंदू धर्म में सबसे ज्यादा पूजनीय मंदिरों में से एक है।
बद्रीनाथ चार धाम यात्रा में शामिल मंदिरों में से एक है, मंदिर के कपाट खुलने से पहले मंदिर को खास तरीके से सजाया जा रहा है, एक दिन पहले शनिवार को लोग हर तैयारी को तेजी से पूरा करने में जुटे दिखे।
राज गुरु परिवार कांता प्रसाद नौटियाल ने बताया कि “कल हम यहां पे सुबह जो मंदिर समीति पुरे कार्यक्रम कर देगी, फिर यहां पर हम लोग आएंगे सुबह छह बजे और यहां के धर्माधिकारी जो लोग जो पुजारी लोग हैं उनकी उपस्थिति में वेदों का उच्चारण करके बदरीनाथ के पट खोलेंगे, उसके बाद आम दर्शन के लिए पट खुल जाएंगे।”
मंदिर के कपाट खुलने से एक दिन पहले, शनिवार को देश और विदेश से श्रद्धालुओं का बद्रीनाथ पहुंचने का सिलसिला जारी है। कपाट खुलने के बाद पहले दर्शन के अनुभव को संजोने को वे तैयार दिखते हैं। श्रद्धालुओ का कहना है कि “भगवान बदरी विशाल के दर्शन करने के लिए आए हैं सब परिवार यहां पे और इसी से सबका कल्याण है जी ये साक्षात नारायण का परम धाम है, वैकुंठ है यहां पर जो भी जिस कामना से आता है। सर्दियों के बाद चार मई को फिर से खुलेंगे।
भगवान विष्णु को समर्पित बद्रीनाथ मंदिर हिंदू धर्म में सबसे ज्यादा पूजनीय मंदिरों में से एक है। बदरीनाथ मंदिर चार धाम यात्रों में, ग्रंथ शामिल मंदिरों में, संत-महात्मा-महापुरुष यही बताते हैं कि सबकी मनोकामना पूरी करते हैं।”
बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिर शीतकाल के दौरान छह महीने के लिए बंद रहते हैं। बुधवार को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा शुरू हो गई। गुरुवार को केदारनाथ मंदिर के कपाट भी खुल गए, अब रविवार से श्रद्धालु बदरीनाथ मंदिर में भी दर्शन कर पाएंगे।