Varanasi: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले में भाग लेने के बाद श्रद्धालु अपनी आध्यात्मिक यात्रा को आगे बढ़ाते हुए वाराणसी भी पहुंच सकते हैं। श्रद्धालुओं की संभावित काशी यात्रा को देखते हुए काशी विश्वनाथ धाम के अधिकारी उनके स्वागत और परेशानी मुक्त यात्रा के लिए हर तरीके की कोशिश कर रहे हैं।
इसमें मौजूदा बुनियादी ढांचे को और बेहतर बनाने और भीड़ के प्रभावी प्रबंधन के साथ आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को यादगार बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जैसा कि मंदिर श्रद्धालुओं के आने के लिए जरूरी तैयारियों में लगा हुआ है, उनके लिए संभावित व्यवस्थाएं पहले से ही तय कर ली गई हैं ताकि काशी आने पर उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
महाकुंभ मेला इस साल 13 जनवरी को शुरू होगा और 26 फरवरी को खत्म होगा, दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से इस माहकुंभ मेले में लगभग 40 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने की उम्मीद है।
सीईओ काशी विश्वनाथ मंदिर बोर्ड “यहां हैंड टू हैंड बैरिकेट्स लगा दिए गए हैं, जिस श्रद्धालु सुगमतापूर्वक दर्शन कर सकें। सुरक्षा संबंधी कोई समस्या उत्पन्न ना हो सके। इसके अतिरिक्त भीड़ का जो आकलन हम कर रहे हैं जिस तरह श्रद्धालुओं की संख्या आने वाली है। उत्तर प्रदेश सरकार का जो अनुमान है उसके अनुसार महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। उसका 10 से 20 प्रतिशत जो फूड फॉल होता है वो हमारे यहां भी होता है। इसके अलावा……काशी में देखा जाता है उसके अनुसार काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। संभवतः अभी तक मंदिर के कॉरिडोर के निर्माण के बाद से सबसे बड़ा प्रवाह होगा इस समय, श्रद्धालुओं का यहां पर।”
श्रद्धालुओ का कहना है कि “सुविधाएं बहुत अच्छी सरकार ने अपनी की है, योगी जी ने मोदी जी ने दोनों बढ़िया। सबसे अच्छी बात तो ये है कि पुलिस की हरेक जगह जानकारी हर जगह सुविधा अच्छी थी। सब कुछ देखना और सब कुछ करना सब कुछ मेंटेन। मतलब कोई दिक्कत नहीं दर्शन करने में। बहुत अच्छी व्यवस्था की है पुलिस वाले ने।”
“व्यवस्था बहुत अच्छी है जितना दर्शन करने में अच्छा लगा उतना ही व्यवस्था देख कर और मजा आया। जिस जगह जाओ और जो पूछताछ करनी है वो उस द्वारा पूर्ण रूप से मिलती है। बहुत अच्छी व्यवस्था है। लाइन व्यवस्था बहुत अच्छी है। पूछताछ व्यवस्था बहुत अच्छी है। दर्शन भी बहुत अच्छे से कराते हैं।”