Varanasi: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ये महिलाएं देव दीपावली के लिए गाय के गोबर से दीये बनाने में जुटी हैं, पिंडरा ब्लॉक की ये महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुडी हैं और उन्हें देव दीपावली के लिए ऐसे तीस हजार दीये बनाने हैं।
इन महिलाओं का कहना है कि इस काम में वो पिछले एक महीने से जुटी हैं। इस काम से उन्हें अपने पैरों पर खडा होने में मदद मिल रही है, अधिकारियों के मुताबिक इस पहल का मकसद देव दीपावली के लिए दीयों की सप्लाई को पक्का करने के साथ इन महिलाओं को सशक्त बनाना भी है।
देव दीपावली को दिवाली के बाद खास तौर पर वाराणसी और इसके आसपास के इलाकों में मनाया जाता है। हिंदुओं को ये खास त्यौहार राक्षस त्रिपुरासुर पर भगवान शिव की जीत का प्रतीक है।
देव दीपावली के दौरान शहर के विभिन्न घाटों पर लाखों दीये जलाए जाते हैं, इस साल यह त्योहार 15 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दौरान प्रशासन ने गंगा के किनारे घाटों पर 20 लाख दीये जलाने का लक्ष्य रखा है।
वूमन सेल्फ हेल्फ ग्रुप सदस्यों का कहना है कि “बहुत उत्साहित हैं हम लोग दीये बनाने में इतना मन लग रहा है कि और कोई काम कर नहीं रहे हैं। सर जो ये देव दीपावली है उसी के त्योहार में हम लोग दीये बनाने का प्रोग्राम किए हैं।