Varanasi: नगर निगम की खास पहल, गंदगी फैलाने वालों की फोटो भेजने पर मिलेगा इनाम

Varanasi: शहर को साफ रखने की अपनी कोशिशों के तहत उत्तर प्रदेश के वाराणसी में नगर निगम ने नई पहल शुरू की है। इसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने की घटनाओं की सूचना देने वाले लोगों को इनाम दिया जाएगा।

वाराणसी नगर निगम जल्द ही ‘स्मार्ट काशी ऐप’ के जरिए ये योजना लागू करने जा रहा है। इसके तहत अगर कोई व्यक्ति मोहल्ले या सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंकने, थूकने, खुले में शौच करने या अन्य किसी भी तरह की गंदगी फैलाने वाले की फोटो ऐप पर अपलोड करता है, तो नगर निगम उसकी पहचान गोपनीय रखते हुए उसके यूपीआई आईडी पर 500 रुपये का इनाम भेजेगा। इस योजना का मकसद न सिर्फ शहर को स्वच्छ बनाना है, बल्कि लोगों में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना भी पैदा करना है।

वाराणसी नगर निगम के पीआरओ संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि “एक अभिनव प्रयोग किया गया है नगर निगम के द्वारा यदि कोई सड़क पर कूड़ा फेंकते हुए पाया जाता है, तो उसका फोटो प्राप्त होने पर अगर कोई व्यक्ति उसका फोटो ‘स्मार्ट काशी ऐप’ पर अपलोड करता है तो उसे 500 रुपये इनाम के रूप में दिया जाएगा।”

वाराणसी के लोगों ने नगर निगम की पहल का स्वागत किया है। साथ ही वे मानते हैं कि कुछ लोगों के इधर-उधर कूड़ा फेंकने की वजह से शहर में स्वच्छता बनाए रखने में दिक्कत हो रही है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि “मैं इसको अच्छे ढंग से देखता हूं और ये आवश्यक था, क्योंकि एक तरफ सफाई होती है और कुछ तरफ ऐसे लोग हैं जो बिना कहे गंदगी पर उतर आए हैं। डस्टबिन पड़ा रहता है फिर भी अगल-बगल फेंक देते हैं रोड के किनारे फेंक देंगे। कुरकुरे खाएंगे, बिस्कुट खाएंगे और फल-वल केला खाकर उसका छिलका फेंक देंगे। यहां तक कि जगह-जगह नगर निगम की हालांकि, ठीक हैं सफाई नहीं रहती हैं कहीं सफाई रहती है जो टॉयलेट बने हुए हैं लेकिन वो दीवार पर खड़े होकर टॉयलेट करने लगते है। इतने कीड़े-मकोड़े इतने गंदगी से बीमारियां हो रही हैं।”

“नगर निगम के द्वारा ये पहल तो बहुत अच्छी की गई हैं,लेकिन इसको एकदम सही तरीके से किया जाए तो। नहीं तो जैसे आज कल चलान का पुलिस को दे दिया गया है। गाड़ी है सेकंड हैंड की 5000 की और उस पर 15000 का चलान कर दिया जा रहा है और उसका दुरुपयोग जो होगा। जैसे हमारी आपसे नहीं पटती है या जिससे जिसका नहीं पटती है, तो उसका वो लोग वीडियो डालेंगे और जो नहीं ध्यान दे रहा है उनका डालेंगे और इसके बाद जो है इसका दुरुपयोग भी किया जाएगा।”

“निश्चित तौर से ये अच्छा भी हो सकता है, लेकिन इसका कठोरता से अनुपालन किया जाए तब नहीं तो ऐसे नगर निगम के द्वारा ये उचित प्रबंध नहीं किया गया है कूड़ा उठाने का और नए शौचालय का। नगर निगम को पहले सुचारु रूप से अपनी व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए कि ये शौचालय की व्यवस्था पर्याप्त है कि नहीं है। ये एक फिल्मों टाइप बना है जैसे फिल्मों में दिखाया जाता है कि भाई उसकी फोटो खींचो और 50 रुपये प्रोत्साहन राशि दो और ये काम सही हो जाएगा। लेकिन ये हमें नहीं लग रहा हैं कि ये इतना सक्सेस हो पाएगा।”

जहां वाराणसी के कई लोगों ने नगर निगम के स्वच्छता अभियान का समर्थन किया है, वहीं कुछ का मानना है कि लोग इस पहल का गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

वाराणसी एक स्वच्छ भविष्य की ओर डिजिटल कदम बढ़ा रहा है, ऐसे में कई लोगों का मानना ​​है कि इस पहल की कामयाबी न सिर्फ जन भागीदारी पर बल्कि इस बात पर भी निर्भर है कि नगर निगम इसे किस तरह से लागू करता है और कितनी जिम्मेदारी के साथ इस पर नजर रखता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *