Varanasi: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पारा लगातार चढ़ रहा है, इसके बावजूद काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं के जोश में कोई कमी नहीं दिख रही है।
मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक वाराणसी में पिछले कुछ दिनों से तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंचने के बावजूद हर दिन तकरीबन एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, ट्रस्ट ने बताया कि शनिवार और रविवार को श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ जाती है।
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिए कई उपाय किए हैं, काशी विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि “काशी विश्वनाथ धाम में इस समय प्रतिदिन 1 से 1.5 लाख के बीच में श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। सप्ताहांत पर ये संख्या कई बार 1.5 से 2 लाख या 2.25 लाख के बीच भी हो जा रही है।
गर्मी के इस अवसर पर, इस मौसम में भी लगातार लोगों ने जर्मन हैंगर्स पूरे हमारे धाम में इंस्टॉल्ड हैं। मिस्ट फैन लगे हुए है जिससे बिल्कुल फुहारें के साथ, हल्की फुहारें के साथ पानी की बौछार रहती है और उससे लोगों को ठंडक का वातावरण मिलता रहता है। साथ ही में पेयजल की व्यवस्था, गुड़ की व्यवस्था, ओआरएस की व्यवस्था, मेडिकल टीम डेडिकेटेड लगी हुई है, इन सबकी व्यवस्थाएं धाम में दी गई हैं।”
मंदिर प्रशासन की तरफ से किए गए इंतजामों से श्रद्धालु भी संतुष्ट दिख रहे हैं। श्रद्धालुओ का कहना है कि “काशी विश्वनाथ मंदिर में बहुत ही अद्भुत व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं के लिए हुई हैं। गर्मी को देखते हुए यहां पर पानी की व्यवस्थाएं और ओआरएस की व्यवस्थाएं, इलेक्टोरल की व्यवस्थाएं और एक नई व्यवस्थाएं अभी माननीय कार्यपालक महोदय जी ने किया है। जो जूट वाला ये बिछाया है ये टाट, ये अद्भुत पहल है काशी विश्वनाथ धाम की।”
काशी विश्वनाथ धाम 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसे भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। इस मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं में काफी आस्था है, हर साल करोड़ो लोग बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।