Varanasi: उत्तर प्रदेश की धार्मिक राजधानी वाराणसी इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। गंगा घाट, जो आमतौर पर श्रद्धालुओं और सैलानियों से गुलजार रहते हैं, वहां इन दिनों वीरानी छाई हुई है। तपते सूरज और बढ़ते तापमान के कारण लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं।
शहर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जिससे गंगा किनारे घूमना या स्नान करना मुश्किल हो गया है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में घाटों पर आमद कम हो गई है, जिससे पर्यटन से जुड़े कारोबार पर भी असर पड़ा है।
हालांकि, गर्मी की परवाह किए बिना कुछ श्रद्धालु अब भी घाटों पर पहुंच रहे हैं। उनके लिए ये कोई आम स्थल नहीं, बल्कि आस्था का केंद्र है। कोई गंगा में डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना कर रहा है, तो कोई मंदिरों में पूजा-पाठ में लीन है। इन श्रद्धालुओं के लिए सूरज की तपिश आस्था के सामने मायने नहीं रखती।
इस सबके बीच मौसम विभाग ने थोड़ी राहत भरी खबर दी है। विभाग के अनुसार 27 और 28 अप्रैल को वाराणसी और उसके आसपास के इलाकों में बारिश होने की संभावना है। यह बारिश जहां तापमान को कुछ हद तक कम करेगी, वहीं शहरवासियों और पर्यटकों को गर्मी से राहत भी देगी। बिजली कटौती और लू के थपेड़ों से जूझ रहे लोग अब आसमान की ओर उम्मीद से देख रहे हैं कि कब बदरा बरसें और जीवन में ठंडक घोलें।