Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेला इस महीने की 13 तारीख से शुरू होने वाला है, लेकिन अखाड़ों के लिए मेले का आगाज पहले ही हो चुका है।
मेला मैदान आनंद अखाड़े की पेशवाई का गवाह बना। पेशवाई में भव्य जुलूस निकाला जाता है जिसमें घोड़े, संगीत बैंड, हाथी और ध्वजवाहक अखाड़े के आगमन का प्रतीक होते हैं।
अखाड़ों की बात करें तो इसमें हिंदू धर्म के विशेष संप्रदाय या परंपरा के साधु-संत शामिल होते हैं।
आनंद अखाड़ा भारत के प्रमुख अखाड़ों में से एक है, जो विशेष रूप से निर्मोही अखाड़े के साथ जुड़ाव के लिए जाना जाता है। ये वैष्णव परंपरा का हिस्सा है।
महाकुंभ मेला नजदीक आते ही अखाड़ों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
13 जनवरी से शुरू होने वाला महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा।