Uttar Pradesh: अयोध्या में हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी ने तोड़ी सदियों पुरानी परंपरा

Uttar Pradesh: 300 साल से चली आ रही परंपरा के टूटने की कहानी, ऐसी परंपरा जिसे अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर के मुख्य पुजारी पीढ़ी दर पीढ़ी निभाते आ रहे थे। सदियों पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए मुख्य पुजारी पहली बार राम मंदिर जाने के लिए मंदिर परिसर से बाहर निकले। गद्दी नशीन की उपाधि रखने वाले 70 साल के महंत प्रेमदास ने इससे पहले कभी भी अयोध्या में 52 बीघा में फैले मंदिर परिसर से बाहर कदम नहीं रखा।

भव्य जुलूस के साथ महंत राम मंदिर जाने से पहले पवित्र सरयू नदी में स्नान के लिए रुके। गद्दी नशीन ने पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले 26 लोगों को श्रद्धांजलि और मौन रखा। सदियों पुरानी परंपरा के मुताबिक, गद्दी नशीन को जीवन भर हनुमानगढ़ी मंदिर से बाहर जाने की इजाजत नहीं होती। हनुमानगढ़ी के पुजारियों के मुताबिक, 18वीं सदी में मंदिर की स्थापना के साथ शुरू हुई परंपरा इतनी सख्त थी कि गद्दी नशीन को स्थानीय अदालतों में पेश होने की भी अनुमति नहीं थी। यह परंपरा तब टूटी जब महंत प्रेमदास ने राम मंदिर जाने की इच्छा जताई। उन्होंने अपनी इच्छा निर्वाणी अखाड़े के सदस्यों को बताई, जिन्होंने सर्वसम्मति से उन्हें राम मंदिर के दर्शन के लिए जाने की इजाजत दे दी। उनकी ये यात्रा अक्षय तृतीया के शुभ मौके पर हो रही है।

पुजारी हेमंत दास ने बताते हुए कहा, “आज हनुमान जी के आर्शीवाद से आज गद्दी नशीन श्री प्रेमदास जी महाराज जी आज हनुमानगढ़ी निकास द्वार से पूरे शोभा यात्रा के साथ सरयू नदी में स्नान कर के रामलला के दर्शन करेंगे राम मंदिर भगवान प्राण परिष्ठा हुआ। अब जो है गद्दी नशीन जी महाराज पूरे हजारों की संख्या में सब खुले कर के पूरे हनुमानगढ़ी नागा साधु और संत महंत आयोध्या के और रामलला का दर्शन करेंगे। हमारे परंपरा है हमारे यहां कि हमारे जो 52 बीघा है उसी परिसर में गद्दी नशीन रहेंगे। उससे बाहर गद्दी नशीन जी नहीं आते हैं लेकिन हनुमान जी ने प्रेरणा दिया, राम जी ने प्रेरणा दिया और आज ये शाही जुलूस के साथ में, भव्य जुलूस के साथ में स्नान और रामलला का दर्शन होने जा रहा है।”

पुजारी मणि रामदास पहलवान ने जानकारी देते हुए कहा, “आज अयोध्या के लिए एक गौरव का विषय है। अयोध्या में शाही जुलूस अभी तक नहीं निकला था और हनुमानगढ़ी के मेंन महंत गद्दी नशीन श्री प्रेमदास जी महाराज आज पहली बार जब से हनुमानगढ़ी की महंती की परंपरा है, पहली बार महाराज जी सरयू स्नान करेंगे और उसके बाद रामलला का दर्शन करेंगे और इस शाही जुलूस में हजारों लोग स्वागत सम्मान के लिए महाराज जी के साथ राम जन्म भूमि जाएंगे और पूरे अयोध्या में इधर उत्सव का माहौल बना हुआ है।”

विधायक वेद प्रकाश गुप्त ने कहा, “ये सही में आज पूरे देश और दुनिया के लोगों के लिए प्रभु रामलला के दिव्य भव्य मंदिर के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। तो गद्दी नशीन कहां उसमें रहते अनको भी निश्चित रूप से अपनी पुरानी परंपराओं से हट कर। पहली बार हनुमानगढ़ी की गद्दी नशीन पूजमुत, और सभी पूज्य संत-महंतों के साथ रामलला के भव्य दिव्य राम मंदिर के दर्शन करेंगे आर्शीवाद लेंगे ये एक नई परंपरा इसके लिए मैं पूरे हनुमानगढ़ी को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *