Uttar Pradesh: 8 अप्रैल 2015 को शुरू हुई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने देशभर के छोटे व्यापारियों और उद्यमियों को बिना कुछ गिरवी रखे आसान ऋण उपलब्ध कराए हैं। उत्तर प्रदेश में इस योजना को योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में नई गति मिली है, जिससे कृषि, रिटेल और हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों में लाखों लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिला।
रायबरेली की मनीषा रावत ऐसी ही एक सफलता की मिसाल हैं। 2017 में पिता के निधन के बाद, उन्होंने उधार के पैसों से एक छोटी बेकरी शुरू की। मुद्रा लोन की मदद से उन्होंने अपने कारोबार को विस्तार दिया और आज उनकी दुकान रायबरेली की बेकरी इंडस्ट्री में एक जाना पहचाना नाम बन चुकी है।प्रधानमंत्री द्वारा हाल ही में सम्मानित 48 उद्यमियों में मनीषा भी शामिल थीं।
मनीषा की तरह, रायबरेली की ही ऋतिका श्रीवास्तव ने भी पीएम मुद्रा योजना से मिली मदद से अपनी अलग राह बनाई। खाद्य पदार्थों में मिलावट को लेकर चिंतित ऋतिका ने इस लोन की मदद से सरसों तेल का उत्पादन शुरू किया। आज उनका शुद्ध सरसों तेल उत्तर प्रदेश के 10 ज़िलों में सप्लाई हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री मोदी के विजन को आगे बढ़ा रहा है। मार्च 2024 तक, अकेले यूपी में ₹49,501 करोड़ से ज़्यादा के ऋण 46.92 लाख लाभार्थियों को दिए जा चुके हैं। पूरे देश में पिछले 10 वर्षों में 52 करोड़ से अधिक ऋण वितरित किए गए, जिनमें से 70% ऋण महिलाओं को मिले। ये योजना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आर्थिक स्वतंत्रता को मज़बूती दे रही है।