Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के हाथरथ में बनने वाला रंग-गुलाल देश-दुनिया में सप्लाई होता है। होली के नजदीक आते ही जिले में हर रंग के गुलाल की मांग काफी बढ़ गई है, लेकिन सबसे ज्यादा मांग केसरी रंग के गुलाल की है। होली करीब आने की वजह से हर दिन भारी मात्रा में रंग-गुलाल तैयार किया जा रहा है ताकि बाजार की मांग को पूरा किया जा सके।
हाथरस में गुलाल बनाने के करीब 25 छोटे-बड़े कारखाने हैं। इन दिनों तेजी से सभी जगह काम चल रहा है। ब्रज की देहरी के तौर पर मशहूर हाथरस जिला हींग उत्पादन के लिए भी काफी मशहूर है लेकिन बीते कुछ सालों से इस जिले में रंग-गुलाल का काम भी काफी बढ़ गया है। होली से कुछ महीने पहले फैक्ट्रियों में गुलाल बनाने का काम तेजी से शुरू हो जाता है।
खास बात ये है कि फैक्ट्री मालिक बाजार में बढ़ती मांग को देखते हुए केमिकल फ्री हर्बल गुलाल का उत्पादन कर रहे हैं। लोगों की जरूरत को देखते हुए हाथरस में दुकानदारों ने गुलाल का काफी मात्रा में स्टॉक किया है।
इसके अलावा अलग-अलग डिजाइन वाली पिचकारियों की मार्केट में बहुत मांग है वैसे इस साल पीएम मोदी के मुखौटे भी काफी बिक रहे हैं। इस साल होली 14 मार्च को मनाई जाएगी।