UP News: अयोध्या में बन रहे म्यूजियम में हाथरस के शैलेंद्र सर्राफ अपनी सालों की मेहनत को दान करने वाले हैं। शैलेंद्र के पास आजादी से पहले के सिक्के, डाक टिकट और विदेशों के डाक टिकट हैं।
शैलेंद्र के मुताबिक आजादी से पहले हाथरस में जब रामायण होती थी, तब उस समय के एक आना- दो आना की कीमत वाली डाक टिकट भी उनके पास है। 90 के दशक की शुरुआत में अयोध्या चलो के दौरान की यादें भी उनके पास मौजूद हैं। जयपुर के राजा ने आजादी से पहले जो रसीदी टिकट निकाली थी, वे भी उनके पास मौजूद है।
पुराने सिक्कों और डाक टिकटों के शौकीन शैलेंद्र सर्राफ ने बताया कि ”पूरे विश्व की लगभग एक लाख डाक टिकटें हैं। 20 हजार सिक्के हैं। कुछ सिक्के देश के भी हैं। जब मुझको ये पता चला कि अयोध्या में राम संग्रहालय बन रहा है तो अपने संग्रह में से मैंने कुछ टिकटें, सिक्के निकाले हैं। मुझे बहुत खुशी है कि मैं इन्हें भगवान राम के चरणों में समर्पित कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा कि “मुझे शुरू से ही शौक था डाक टिकटें और सिक्के संग्रह करने का। जब मैं भगवान राम, भगवान कृष्ण और अपने धर्म के देवी-देवता की तस्वीरें देखता था, उन्हें संग्रह में रख लेता था। मुझे बहुत खुशी है कि मैं भगवान राम के जो सिक्के हैं, वो संवत 1740 में चले थे और मेरे संग्रह में हैं।”