UP News: योगी सरकार की वृद्धावस्था पेंशन बनी सहारा, बुजुर्गों के जीवन में ला रही सम्मान और सुरक्षा

UP News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बुजुर्गों के जीवन में सहारा बनकर खड़ी है, वृद्धावस्था पेंशन बुजुर्गों को हर महीने सम्मान के साथ आर्थिक सुरक्षा दे रही है।

प्रदेश में अभी 67.50 लाख बुजुर्गों को पेंशन का लाभ मिल रहा है। वहीं सरकार के पेंशन को फैमिली ID से जोड़ने के निर्णय से अब इसमें 8.25 लाख और लोगों के इजाफे का अनुमान है। इस नई व्यवस्था में अब बुजुर्गों को फार्म भी भरने की जरुरत नहीं होगी। वर्तमान में रायबरेली जिले के बुजुर्गों को भी पेंशन का बड़ा लाभ मिल रहा है, जहां 1.35 लाख से अधिक बुजुर्ग हर महीने 1000 रुपए पेंशन पा रहे हैं, जिसकी त्रिमासिक किस्त हर तीन महीने में तीन हजार रूपये सीधे खाते में पहुंचती है।

बकवारा गांव के राम मौर्या और रानी देवी जैसे अनेक बुजुर्गों के लिए यह पेंशन दवा, राशन और रोजमर्रा की जरूरतें पूरी कर रही है। फूलमती के लिए यह योजना आत्मसम्मान का आधार बन चुकी है, क्योंकि अब उन्हें जरूरतों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल ने वृद्धावस्था पेंशन को न सिर्फ सुचारू बनाया है, बल्कि इसे हर ज़रूरतमंद बुजुर्ग तक सम्मानपूर्वक पहुंचाने की दिशा में बड़ा बदलाव साबित किया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “पहले किसी भी वृद्धजन, निराश्रित महिला, दिव्यांगजन या सेवानिवृत्त कर्मिक को पेंशन के लिए कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते थे। लेकिन आज हम एक करोड़ निराश्रित महिलाओं, वृद्धजनों और दिव्यांगजनों को 12,000 रुपये वार्षिक पेंशन की सुविधा दे रहे हैं, और पूरा पैसा हम डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) के माध्यम से सीधे उनके घर तक पहुँचाने का काम कर रहे हैं।”

समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि “समाज कल्याण विभाग द्वारा समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्तियों के लिए विभिन्न लाभकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिसमें एक महत्वपूर्ण योजना वृद्धावस्था पेंशन योजना है। इसमें ऐसी सभी वृद्ध, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है तथा वे गरीबी रेखा के नीचे निवास करते हैं, वे सभी इस योजना के लिए पात्र हैं। वर्तमान में जनपद में 1,35,424 पेंशनर्स हैं हमारे।”

लाभार्थी “हमें पेंशन मिलती है, सरकार देती है और उसी से हमारा खर्च चलता है। मैं उसका धन्यवाद करती हूं। इसी से हमें दवा और अन्य चीजें भी मिलती हैं। हमारा बच्चा काम करता है, लेकिन हम उस पर निर्भर नहीं हैं। सरकार हमें दे रही है और हम पर मेहरबानी कर रही है।”

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *