UP News: कौशल विकास मिशन का विजन, उत्तर प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इसी विजन को प्रदेश के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आगे बढ़ा रहे हैं। अलग-अलग कंपनियों से करार करके, छात्रों को वास्तविक उद्योग आधारित ट्रेनिंग दे रहे हैं और युवाओं की क्षमता को निखार रहे हैं, जो उद्योग और संस्थाओं के समन्वय से युवाओं के सपनों को पंख लगा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “जो आईटीआई बनेगा, मैं मुख्य सचिव से भी कहूंगा आईटीआई ऐसा बनना चाहिए, जिसमें यहां के बच्चों को, यहां के नौजवानों को हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन टेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स के बारे में और मॉडर्न एज से जुड़े हुए जितने भी ऐसे कोर्सेस हैं, इनके बारे में हम उनको बता सकें।”
हाल ही में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अलीगंज ने टाटा मोटर्स के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया। जिसके तहत संस्थान के 16 तकनीकी व्यवसायों के छात्रों को आधुनिक ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। जहां उन्हें प्रशिक्षण के साथ-साथ 10,100 रुपए का स्टाइपेंड और दूसरी सुविधाएं भी मिलेंगी।
अभी तो यह शुरुआत है, आने वाले वक्त में तमाम कंपनियों आईटीआई से करार करेंगी, जिससे युवा कौशल को नई दिशा मिलेगी। अलीगंज आईटीआई प्रिंसिपल राजकुमार यादव ने कहा कि “आईटीआई में उतने टूल्स और इक्विपमेंट नहीं हैं जितने टाटा के पास हैं। चीजें वहां पर मैन्युफैक्चर होती हैं, वहां जाकर बच्चे सीखते हैं। उन्हें आने वाले भविष्य में इसका बहुत फायदा होने वाला है और टाटा ने कमिटमेंट किया है कि इसके बाद हम उन लोगों को अपने साथ ट्रेनिंग में रखेंगे और फिर हम उन्हें परमानेंट भी कर लेंगे।”
“हमारे पास पहले से ही पांच कंपनियां पहले ही एमओयू कर चुकी हैं, बहुत सी कंपनियां सीएसआर फंड भी ला रही हैं। जो आईटीआई के बच्चे हैं, उन्हें इंडस्ट्री की जरूरत है और इंडस्ट्री को आईटीआई के बच्चों की।”
उत्तर प्रदेश में 314 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हैं, जिनमें लगभग 1 लाख 30 हजार छात्र ट्रेनिंग ले रहे हैं। इन समझौतों के तहत छात्र डेढ़ वर्ष कैंपस में ट्रेनिंग लेंगे, जबकि 6 महीने उन्हें प्रैक्टिकल के लिए अलग-अलग कंपनियों के संयंत्र में भेजा जाएगा। इन संस्थानों में फिटर, इलेक्ट्रिशियन, डीजल मैकेनिक, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, सीएनसी मशीन ऑपरेटर जैसे व्यवसायों में नामांकित छात्र इस योजना का सीधा लाभ उठा सकेंगे।
इसके साथ ही यूपी के कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि “इंडस्ट्री में हमारे युवा जाकर प्रशिक्षण लें, आईटीआई के अंदर भी ट्रेनिंग लें, ताकि उन्हें इंडस्ट्री के रूप में तैयार करने का जो काम है, वह किया जा सके। प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में हमारा विभाग प्रगति कर रहा है, लोगों को प्रशिक्षित कर रहा है और उन्हें रोजगार से जोड़ रहा है।”
कंपनियों से हो रहे करार से आईटीआई के छात्र काफी खुश हैं और आने वाले दिनों में अपने उज्ज्वल भविष्य को देख रहे हैं। संध्या मौर्य, छात्रा, आईटीआई मोहनलालगंज, लखनऊ नई-नई कंपनियां हमारे संस्थान में आती हैं और हमें ट्रेनिंग देती हैं, तो ये हमारे लिए और हमारे परिवार के लिए बहुत अच्छा है। हमें रोजगार मिलेगा और लोगों तक बेरोजगारी नहीं रहेगी।”
उत्तर प्रदेश सरकार मेक इन इंडिया, स्टार्ट-अप, स्टैंड-अप और डिजिटल इंडिया” जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं के अनुरूप, कुशल युवा जनशक्ति तैयार करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है।