UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश ने पिछले आठ साल में अभूतपूर्व बदलाव देखे हैं, योगी ने 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था, बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार किए। पहले उत्तर प्रदेश अपराध, बेरोजगारी और पिछड़ेपन के लिए बदनाम था, लेकिन योगी सरकार के सख्त कदमों और विकास कार्यों ने राज्य की छवि पूरी तरह बदल दी।
योगी आदित्यनाथ का जन्म पांच जून 1972 को उत्तराखंड के पंचूर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था, उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट, वन रेंजर थे। छोटी उम्र से ही योगी का झुकाव आध्यात्मिकता और राष्ट्रीयता की ओर था, वह 1990 के दशक में राम मंदिर आंदोलन से जुड़ गए। उन्होंने 1994 में 22 साल की उम्र में संन्यास की दीक्षा ली और गोरखनाथ पीठ के उत्तराधिकारी बने।
सीएम योगी ने राजनीति में 1998 में कदम रखा और गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे, वह लगातार पांच बार लोकसभा चुनाव जीते। उनकी छवि हिंदुत्व और सामाजिक कल्याण के मजबूत पैरोकार की थी। 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को भारी जीत मिली। योगी को मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की कमान सौंपी गई, उनकी अगुवाई में राज्य में कानून-व्यवस्था और विकास कार्यों में क्रांतिकारी बदलाव हुए।
योगी सरकार ने कई प्रमुख परियोजनाओं, जैसे जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, नोएडा फिल्म सिटी, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, और मेट्रो रेल प्रणालियों का विस्तार किया। नतीजा निकला कि राज्य के विकास की दर ने तेज रफ्तार पकड़ ली। आज की तारीख में उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। 2019 में प्रयागराज में अर्धकुंभ और फिर 2025 में महाकुंभ मेला के सफल आयोजन ने राज्य की संगठनात्मक ताकत दुनिया के सामने रख दी।
सीएम योगी आदित्यनाथ समाज में छुआछूत जैसी कुरीतियों के खिलाफ काम करते रहे हैं। साल 2022 में, उनकी अगुवाई में विधानसभा चुनाव में पार्टी को फिर शानदार जीत मिली। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के रूप में उनका दूसरा कार्यकाल आरंभ हुआ, उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था और बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व मजबूती आई और आर्थिक विकास ने रफ्तार पकड़ी, अब उत्तर प्रदेश भारत की सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में एक बन चुका है।