Union Budget 2025-26: लुप्त होने के कगार पर है बनारसी रेशम शिल्प कला

Union Budget 2025-26: केंद्रीय बजट 2025-26 पेश होने में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। उससे पहले देश के कोने-कोने से लोग अपनी उम्मीदें बयां कर रहे हैं।

वाराणसी के मशहूर रेशम बुनकरों ने दैनिक मजदूरी में इजाफा करने की मांग की है। इन लोगों का ये भी कहना है कि अब तक उन्हें सरकारी योजनाओं का ज्यादा फायदा नहीं मिला है।

रेशम व्यापारियों और निर्यातकों का कहना है कि बुनकरों की स्थिति कई सालों से ऐसी ही बनी हुई है। उनकी मांगों पर अब तक सरकार ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया है।

व्यापारियों का ये भी कहना है कि कच्चे माल की ज्यादा कीमत ने बनारसी रेशम साड़ी उद्योग को कंपटीशन से बाहर कर दिया है

कुटीर उद्योग बनारसी रेशम शिल्प, कभी राजाओं और रईसों की पसंद हुआ करती थी। समय के साथ घटती मांग, कच्चे माल की बढ़ती कीमत और कुशल कारीगरों की कमी की वजह से अब ये कला लुप्त होती जा रही है।

बुनकरों और व्यापारियों का कहना है कि अगर सरकार इन चुनौतियों से निपटने के लिए कोई बड़ी योजना नहीं लाएगी, तो बनारसी रेशम शिल्प कला पूरी तरह से विलुप्त हो जाएगी।

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