Sambhal: संभल प्रशासन ने 22 जनवरी को कोट गर्वी इलाके में शाही जामा मस्जिद के पास मौजूद उस प्राचीन कुएं की खोदाई शुरू की, जिसपर अवैध रूप से अतिक्रमण किए जाने की शिकायत मिली थी।
विवादित शाही जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर क्षेत्र से लगभग 50 मीटर की दूरी पर ये कुआं क्षेत्र के 19 प्राचीन कुओं में से एक माना जाता है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस कुएं का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है।
स्थानीय निवासी संजय कुमार ने कहा, “ये कुआं हरिहर मंदिर के पास है। ये एक पूजा स्थल हुआ करता था जहां लोग बच्चे के जन्म या शादी जैसे शुभ अवसरों पर आते थे। जब खुदाई हुई तो हमें मूल कुआं मिला। इसका एक ऐतिहासिक महत्व है।”
अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) शिरीष चंद्र ने कहा, “प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि कुएं पर अतिक्रमण किया गया था और उसे ढक दिया गया था। हम इसे बहाल करने के लिए खुदाई कर रहे हैं। आगे की जांच के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
ये पूछे जाने पर कि क्या कुआं का ऐतिहासिक महत्व है, ASP ने कहा, “स्थानीय लोगों और बुजुर्ग निवासियों के अनुसार, ये कुआं सदियों से मौजूद है। खोदाई आगे बढ़ने पर इसकी पुष्टि हो सकेगी।”
प्रशासन की ये पहल जिले भर में प्राचीन संरचनाओं और विरासत स्थलों की सुरक्षा के लिए चल रहे प्रयास का हिस्सा है।